अमेरिकी ट्रेजरी पर चीनी साइबर हमला! वर्कस्टेशनों से डॉक्यूमेंट को कैसे किया लीक?
चीन के एक साइबर हमले ने थर्ड पार्टी सॉफ़्टवेयर का फायदा उठाते हुए अमेरिकी वर्कस्टेशनों में सेंध लगाई. वर्कस्टेशन पर सेंध मारकर अनक्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को लीक कर दिया है, जिसके बाद संघीय कार्रवाई शुरू हो गई.;
Chinese cyberattack on US Treasury: अमेरिका में सरकारी ऑफिस पर बड़े साइबर अटैक की खबर सामने आई है, जिसमें चीन सरकार समर्थित हेकर्स ने साइबर सुरक्षा में एक बड़ी सेंधमारी की है. इस साइबर अटैक में हैकर्स ऑफिस और अनक्लासिफाइड डॉक्यूमेंट तक पहुंच गए.
अमेरिकी अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि एक चीनी स्पॉन्सर्ड हैकर ने अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के सिस्टम में सेंध लगाकर कर्मचारियों के वर्कस्टेशन और कुछ अनक्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को हैकिंग के जरिए लीक कर दिया है.
चीन ने किया हैकिंग से इनकार
हालांकि, वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने हैकिंग के लिए किसी भी जिम्मेदारी से इनकार करते हुए कहा कि बीजिंग बिना किसी फैक्ट के आधार पर चीन के खिलाफ अमेरिका के बदनाम करने वाले हमलों का विरोध करता है.'
कैसे की गई इतनी बड़ी हैकिंग
अमेरिकी सॉफ्टवेयर में घुसने के लिए हैकर्स ने जिस थर्ड पार्टी का सहारा लिया, उसके मालिक बियॉन्डट्रस्ट ने कहा कि बैंक क्लाउड-आधारित तकनीकी सहायता सेवा की सुरक्षा के लिए जिस कीवर्ड का यूज करते हैं, उसे हैकर्स ने हासिल कर लिया और फिर इससे सुरक्षा को ब्रेक करके कुछ ट्रेजरी यानी कि विभागीय कार्यालय के यूजर्स के वर्कस्टेशन तक पहुंच गए और अनक्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को लीक कर दिया.
ट्रेजरी विभाग के प्रवक्ता ने कहा, 'बियोंडट्रस्ट सेवा को बंद कर दिया गया है और इस बात का कोई सबूत नहीं है कि धमकी देने वाले व्यक्ति की ट्रेजरी सिस्टम या सूचना तक पहुंच बनी हुई है.'
हैकिंग बजा रहा अलार्म
संयुक्त राज्य अमेरिका समेत कई देशों ने हाल के सालों में चिंता व्यक्त की है कि उनके अनुसार चीनी सरकार समर्थित हैकिंग गतिविधियां उनकी सरकारों, सेनाओं और व्यवसायों को निशाना बना रही हैं, जो भविष्य के लिए बेहद खतरनाक है.
सितंबर में अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि उसने एक साइबर हमला नेटवर्क को इन्फेक्टिव कर दिया है, जिसने दुनिया भर में 200,000 डिवाइसों को प्रभावित किया था और आरोप लगाया कि यह नेटवर्क चीनी सरकार के समर्थित हैकरों की ओर से चलाया जा रहा था.