अमित शाह के बयान के दो दिन बाद बिलावल भुट्टो का आया जवाबी रिएक्शन, सिंधु जल संधि को लेकर दी युद्ध की धमकी

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ने छह नदियों के पानी का हवाला देते हुए कहा कि भारत के पास दो विकल्प हैं. पहला पानी को नियमानुसार पाकिस्तान से साझा करे या दूससरा हम सभी छह नदियों से पानी ले आएंगे. भारत का दावा कि सिंधु जल संधि समाप्त हो गई है गलत है. सबसे पहले यह अवैध है, क्योंकि सिंधु जल संधि स्थगित नहीं है. यह पाकिस्तान और भारत पर बाध्यकारी है.;

Edited By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 24 Jun 2025 10:04 AM IST

जम्मू कश्मीर के पहलागाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' से नाराज पाकिस्तान ने शिमला समझौते को स्थगित कर दिया था. इसके जवाब में भारत ने सिंधु जल समझौते हमेशा के लिए खारिज कर दिया. दो दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि भारत 1960 के जल समझौते को कभी बहाल नहीं करेगा.

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो शाह का बयान सामने आने के बाद बौखला गए हैं. उन्होंने सिंधु जल संधि के तहत भारत द्वारा पाकिस्तान को उसके हिस्से का पानी देने से इनकार करने पर युद्ध की चेतावनी दी है. साथ ही सिंधु जल समझौते के स्थगन को अवैध करार दिया है. उन्होंने भारत पर राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद और FATF के दबाव का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया है. इसके अलावा, उन्होंने दोनों देशों के बीच बातचीत की आवश्यकता पर बल दिया है.

'पाकिस्तान चुनेगा युद्ध का विकल्प'

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने 23 जून को कहा, "अगर भारत सिंधु जल संधि (IWT) के तहत इस्लामाबाद को उसके हिस्से का पानी देने से इनकार करता है तो पाकिस्तान युद्ध विकल्प चुनने का फैसला लेगा.' उन्होंने भारत सरकार के फैसले को खारिज कर दिया और संधि के अवैध निलंबन को लेकर जवाबी कार्रवाई की धमकी दी."

'सिंधु जल समझौता अब भी जिंदा है'

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ने छह नदियों का जिक्र करते हुए कहा, "भारत के पास दो विकल्प हैं. पानी को नियमानुसार पाकिस्तान से साझा करेंत् या हम सभी छह नदियों से पानी लाएंगे." भारत का दावा कि सिंधु जल संधि समाप्त हो गई है और इसे स्थगित कर दिया गया है, गलत है. सबसे पहले, यह अवैध है, क्योंकि सिंधु जल संधि स्थगित नहीं है. यह पाकिस्तान और भारत पर बाध्यकारी है. पानी रोकने की धमकी संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुसार अवैध है." 

गृह मंत्री ने क्या कहा था?

बिलावल भुट्टों का यह बयान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की घोषणा के दो दिन बाद आया है. अमित शाह ने कहा था कि भारत 1960 के जल-साझाकरण समझौते को कभी बहाल नहीं करेगा, जिसे नई दिल्ली ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद स्थगित कर दिया था.

शाह का बयान बेशर्मी की हद- पाकिस्तान विदेश मंत्रालय

अमित शाह का बयान आने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तीखी प्रतिक्रिया भी आई है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने दो दिन पहले शाह के बयान को अंतरराष्ट्रीय समझौतों के प्रति 'बेशर्मी' की हद करार दिया था. बता दें कि आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे.

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