Ice Age बेबी को लेकर हुआ नया खुलासा, नीली आंखों वाले बच्चे को थी दिल की बीमारी
वैज्ञानिकों ने दक्षिणी इटली में एक 17,000 साल पुराने शिशु के अवशेष खोजे हैं, जिससे पता चला है कि बच्चे की आंखें नीली थीं. शोध से पता चला है कि यह बच्चा शायद जन्म से ही हृदय रोग का शिकार था और उसी के वजह से उसकी मृत्यु हुई.;
वैज्ञानिकों ने 17,000 साल पहले दक्षिणी इटली में रहने वाले एक हिमयुग (Ice Age) के बच्चे के बारे में रोमांचक जानकारी उजागर की है. इस बच्चे के अवशेष 1998 में मोनोपोली के ग्रोट्टा 'डेले मुरा' नामक केव में खोजे गए थे. शोध से पता चला है कि यह बच्चा शायद जन्म से ही हृदय रोग का शिकार था और उसी के वजह से उसकी मृत्यु हुई.
विशेषज्ञों द्वारा किए गए डीएनए एनालिसिस ने इस बच्चे की शारीरिक विशेषताओं का खुलासा किया. यह बच्चा एक पुरुष था, जिसकी नीली आंखें, डार्क स्किन और गहरे भूरे से लगभग काले घुंघराले बाल थे. उसके कंकाल से यह भी पता चला कि वह कमजोर शारीरिक विकास और अंतःप्रजनन (inbreeding) का शिकार था.
केव में मिला अनोखा दफन स्थान
इस बच्चे को केव में दो चट्टानों के स्लैब के नीचे दफनाया गया था. दिलचस्प बात यह है कि उसकी कब्र में कोई सामान नहीं मिला, जो उस समय के अन्य दफन संस्कारों से अलग था.
फ्लोरेंस यूनिवर्सिटी की मॉलिक्यूलर एन्थ्रोपोलॉजिस्ट एलेसेंड्रा मोदी ने बताया कि- 'बच्चे के माता-पिता के बीच घनिष्ठ संबंध को उजागर किया, जिससे पता चलता है कि वे संभवतः चचेरे भाई-बहन थे,". "यह एक ऐसी घटना है जो पैलियोलिथिक पीरियड में बहुत कम पाई जाती है, लेकिन नियोलिथिक पीरियड में अधिक आम थी.'
इतिहास का एक नया अध्याय
बोलोग्ना यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर स्टेफानो बेनाज़ी ने कहा कि यह स्टडी प्रीहिस्टोरिक टाइम्स के जीवन को समझने में मील का पत्थर है. यह न केवल उस समय के बच्चों के विकास और उनके जीवन की परिस्थितियों को समझने में मदद करता है, बल्कि शिकारी-संग्राहक समूहों के जीवन और उनकी सांस्कृतिक परंपराओं के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है.
सटीक तकनीकों से मिली अद्भुत जानकारी
सिएना यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने बच्चे के शारीरिक विकास और मृत्यु के कारणों को समझने के लिए अत्याधुनिक टेक्निक का इस्तेमाल किया. स्टेफानो रिक्की ने कहा कि इन तकनीकों ने बच्चे के जीवन और मृत्यु की कहानी को बड़ी सटीकता के साथ रिकंस्ट्रक्ट करने में मदद की.