उत्तर प्रदेश के उन्नाव से उठा सियासी-कानूनी तूफान अब दिल्ली की सड़कों पर आकर थम-सा गया है. उन्नाव रेप कांड में सजायाफ्ता और हाई-प्रोफाइल दोषी कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाईकोर्ट की डबल बेंच द्वारा जमानत दिए जाने के बाद बवाल मचा हुआ है. जांच एजेंसी अब इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रही है. इस बीच रेप पीड़िता के पक्षधर और वरिष्ठ वकील महमूद पारचा ने सीधे तौर पर सीबीआई को कटघरे में खड़ा कर दिया है. उनका आरोप है कि जांच में छोड़ी गई खामियों के सहारे ही हाईकोर्ट ने सजा निलंबित की. 27 दिसंबर 2025 को स्टेट मिरर हिंदी से बातचीत में पारचा ने सीबीआई की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए. सीबीआई की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने वाले एडवोकेट महमूद पारचा से 27 दिसंबर 2025 को स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर क्राइम इनवेस्टीगेशन संजीव चौहान ने विशेष बात की.