UKSSSC Paper Leak Case: खालिद और उसकी बहन साबिया गिरफ्तार, सुमन-हिना पर भी शक गहराया; अब तक मामले में क्या-क्या हुआ?

उत्तराखंड UKSSSC पेपर लीक केस में जांच एजेंसियों ने अब तक कई अधिकारियों, शिक्षकों और माफियाओं को गिरफ्तार किया है, जिससे भर्ती परीक्षाओं की पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं. STF और अब CBI भी मामले की जांच में जुटी है, जबकि कोर्ट में सुनवाई के दौरान सरकार पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगे. लगातार खुलासों से यह साफ हुआ है कि संगठित गिरोह ने मोटी रकम लेकर पेपर बेचे थे. इस घोटाले ने हजारों बेरोजगार युवाओं का भविष्य अधर में डाल दिया है.;

( Image Source:  Sora_ AI )

UKSSSC Paper Leak Case Latest Update: उत्तराखंड सबऑर्डिनेट सर्विस सेलेक्शन कमीशन (UKSSSC) परीक्षा पेपर लीक मामले को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. 21 सितंबर को आयोजित ग्रेजुएट स्तर भर्ती परीक्षा में हरिद्वार के पथरी क्षेत्र स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र से Question Paper के कुछ प्रश्नों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. आरोप है कि किसी ने परीक्षा केंद्र परिसर में छिपकर मोबाइल फोन से प्रश्नपत्रों की फोटो लीं और उन्हें आगे शेयर किया . इस घटना ने छात्रों में गुस्सा भड़का दिया और कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए.

मुख्य आरोपी खालिद मलिक (Khalid Malik) को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया. वह परीक्षा केंद्र (Adarsh Bal Sadan Inter College, Haridwar) में गुमनाम प्रवेश करने, फोन छिपाने और प्रश्नपत्रों की तस्वीर लेने का कार्य करने का दोषी माना जा रहा है. खालिद की बहन साबिया को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. उसकी भूमिका जांच के दायरे में है.

'परीक्षा केंद्र में एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर गया था आरोपी खालिद'

जांच अधिकारी और ऋषिकेश की पुलिस अधीक्षक (एसपी) जया बलूनी ने बताया कि साक्ष्यों से यह साफ हुआ है कि आरोपी खालिद परीक्षा केंद्र में एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर गया था. उसने उसी डिवाइस से प्रश्नपत्र के तीन पन्नों की तस्वीर खींची और उन्हें अपने मोबाइल पर भेज दिया. यह मोबाइल उसकी बहन सबिया के कब्जे में था.

टिहरी की सहायक प्रोफेसर को साबिया ने भेजीं प्रश्नपत्र की तस्वीरें 

आरोप है कि साबिया ने खालिद के फोन से प्रश्नपत्र की तस्वीरें टिहरी की एक सहायक प्रोफेसर सुमन को भेजीं और उनसे उत्तर प्राप्त किए. इसके बाद ये उत्तर खालिद तक पहुंचाए गए ताकि वह परीक्षा में नकल कर सके. इस पूरे खेल में साबिया की भूमिका सामने आने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.

हिना पर भी जांच की आंच

पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान खालिद की दूसरी बहन हिना का नाम भी सामने आया है. उसकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है और जांच जारी है. खालिद ने बताया कि उसने परीक्षा के एक दिन पहले (20 सितंबर) परीक्षा केंद्र का दौरा किया था और एक अंडर-निर्माण भवन में मोबाइल छुपा दिया.

SIT की जांच शुरू

देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र में इस मामले में उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम और नियंत्रण) अध्यादेश, 2023 की धाराओं के तहत चार नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है.

जैमर के बावजूद पेपर कैसे लीक हुआ?

आयोग द्वारा 21 सितंबर को आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा का प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वायरल तस्वीरें परीक्षा शुरू होने के कुछ ही समय बाद ली गई थीं. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगे होने के बावजूद पेपर लीक हो गया. आयोग के अध्यक्ष गणेश सिंह मार्तोलिया ने भी इस पर आश्चर्य जताया और देहरादून पुलिस से विस्तृत जांच की मांग की. फिलहाल SIT पूरे मामले की तहकीकात कर रही है और कई अधिकारियों, केंद्र कर्मियों व निगरानी कर्मचारियों से गहन पूछताछ की जा रही है.

 तीन कमरों में नहीं थे जैमर

जिस कमरे में खालिद था (room number 9), उसमें मोबाइल जैमर नहीं थे. यह बताया गया कि आयोग ने कुल 15 जैमर आपूर्ति किए थे, जबकि परीक्षा केंद्र में 18 कमरे थे. तीन कमरों को जैमर नहीं मिले. इसके अलावा, कक्षों के अंदर सीसीटीवी कैमरे बंद रखे गए थे, और केवल कंट्रोल रूम तथा मुख्य द्वार पर निगरानी रखी गई थी. इन चूकियों की बारीकी से जांच की जा रही है कि क्या ये जानबूझ कर हुईं या प्रणालीगत लापरवाही थी.

जांच, SIT और सरकारी रुख

उत्तराखंड सरकार ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए Special Investigation Team (SIT) गठित की है, जिसे एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय (High Court) न्यायाधीश की निगरानी में काम करना है. SIT को राज्यभर में छानबीन करने का अधिकार है और इसे लगभग एक महीने के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान UKSSSC परीक्षा से जुड़ी कोई नई कार्रवाई नहीं करेगा.

'जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी'

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने इस घटना को 'नकल जिहाद' तक कह दिया. धामी ने यह भी चेतावनी दी कि राज्य में अब तक 100 से ज्यादा लोग परीक्षा-धांधली के मामलों में जेल जा चुके है.

 

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