Delhi Blast: डॉ. उमर के टच में था मौलाना आसिम कासमी! NIA ने हल्द्वानी में की पूछताछ; इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त
दिल्ली ब्लास्ट केस में जांच लगातार नई दिशा ले रही है. एनआईए ने हल्द्वानी में मौलाना आसिम कासमी से लंबी पूछताछ की, जिनके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिए गए हैं. पूछताछ के बाद मौलाना को रिहा कर दिया गया है, लेकिन जांच अब भी जारी है और एनआईए के हाथ में इस ब्लास्ट की कई महत्वपूर्ण जानकारियां हैं.;
देश की राजधानी दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुई कार ब्लास्ट की घटना ने पूरे देश को हिला दिया. इस ब्लास्ट में आठ लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक लोग घायल हुए. उत्तराखंड का एक युवक भी इस ब्लास्ट में घायल हुआ था
इस गंभीर आतंकवादी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हाथों में है, जिसने अब तक कई संदिग्धों को गिरफ्तार कर जांच की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. देश की राजधानी दिल्ली में हुए एक भीषण धमाके की जांच में हल्द्वानी के बिलाल मस्जिद के इमाम मौलाना आसिम कासमी को मशीनरी ने हिरासत में लिया था और पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
मौलाना आसिम कासमी
दिल्ली बम धमाके के तार हल्द्वानी के बिलाल मस्जिद के इमाम मौलाना आसिम कासमी से जुड़े थे. ऐसे में पुलिस ने मौलाना को हिरासत में लिया था. उन पर शक था कि वह देश विरोधी गतिविधियों और संदिग्ध संगठनों से जुड़े हो सकते हैं. जहां गहरी पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया, लेकिन उनके मोबाइल और लैपटॉप को जांच के लिए जब्त किया गया है.अधिकारियों ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ, तो दोनों को फिर से जांच के लिए बुलाया जा सकता है.
नैनीताल
इसी तरह, नैनीताल के तल्लीताल हरीनगर वार्ड में मस्जिद के एक अन्य इमाम से भी करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्हें भी छोड़ दिया गया. इस तरह हल्द्वानी और नैनीताल से हिरासत में लिए गए सभी तीन लोगों को जांच के बाद अस्थायी तौर पर रिहा कर दिया गया है.
जांच और सुरक्षा बढ़ाने के उपाय
दिल्ली ब्लास्ट मामले की गंभीरता को देखते हुए देहरादून में सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ी निगरानी और चेकिंग अभियान तेज कर दिया है. एसएसपी के आदेशानुसार जिले की सभी सीमाओं पर बनाए गए चौकियों और आंतरिक मार्गों पर लगातार वाहनों और लोगों की जांच जारी है. इस अभियान के तहत अब तक लगभग 1,400 वाहन और 2,700 से ज्यादा व्यक्तियों की पहचान और वेरिफिकेशन किया गया है. साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों से जरूरी जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि किसी भी संभावित संदिग्ध गतिविधि को रोकने में मदद मिल सके.