फ्लश दबाते ही बम की तरह फट गई वेस्टर्न टॉयलेट सीट, आग लगने से ग्रेटर नोएडा में झुलसा युवक; प्राइवेट पार्ट पर आई चोटें
यूपी के ग्रेटर नोएडा में 20 साल का लड़का आशू दोपहर करीब 3 बजे शौच के लिए वॉशरूम गया था. उसने जैसे ही पानी डालने के लिए फ्लश दबाया वैसे ही वेस्टर्न टॉयलेट की सीट में धमाका हुआ. सीट फटने धमाका हुआ और आग लग गई, जिसमें आंशू बुरी तरह झुलस गया. उसके पैर, हाथ, चेहरा और प्राइवेट पार्ट झुलस गया. डॉक्टर का कहना है कि उसे ठीक होने में काफी समय लगेगा.;
Greater Noida Viral: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से बेहद डरा देने वाला सामने आया है. यहां पर एक युवक सुबह शौच के लिए वॉशरूम में गया, जैसे ही उसने फ्लैश दबाया वेस्टर्न टॉयलेट की सीट में विस्फोट हो गया. इससे आग लग गई और युवक बुरी तरह झुलस गया. यह बहुत चिंता की बात है क्योंकि अब ज्यादातर घरों में वेस्टर्न टॉयलेट ही लगा होता है. फिलहाल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है.
जानकारी के अनुसार, बीटा दो कोतवाली क्षेत्र का यह मामला है. सेक्टर-36 के मकान नंबर सी-364 में सुनील प्रधान का बेटा आशू (30) शनिवार दोपहर करीब 3 बजे शैच के बाद पानी डालने के लिए फ्लश चलाया तो वेस्टर्न टॉयलेट सीट में बड़ा धमाका हुआ.
आग में झुलसा युवक
वेस्टर्न टॉयलेट सीट फटने धमाका हुआ और आग लग गई, जिसमें आंशू बुरी तरह झुलस गया. उसके पैर, हाथ, चेहरा और प्राइवेट पार्ट झुलस गया. साथ ही सीट टूटी तो उसके पत्थर के टुकड़े लगे से भी उसे काफी चोट आई. इसके बाद आशू की आवाज सुनकर पूरा परिवार दौड़कर आया और आशू को अस्पताल लेकर गए. डॉक्टर ने कहा कि वह बुरी से घायल हुआ है, जिससे ठीक होने में समय लगेगा.
आशू के पिता का बयान
इस मामले पर आशू के पिता सुनील प्रधान का बयान सामने आया है. उन्होंने टॉयलेट में मीथेन गैस जमा होने से हादसे की वजह बताई. उनका कहा है कि वाशरूम और किचन के बीच शाफ्ट में एसी का एक्जास्ट लगा है. इसके पीछे साइड ही ग्रीन बेल्ट है. सभी रोजाना वॉशरूम का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में टॉयलेट का ब्लास्ट होना हैरानी की बात है.
इस मामले पर एक्टिव सिटीजन टीम के हरेंद्र भाटी ने अहम जानकारी दी. भाटी ने कहा, सीवर सिस्टम यहां का सही नहीं है. पहले वॉशरूम का वेंट पाइप लगाया जाता था, जिससे सीवर से निकलने वाली मीथेन गैस वायुमंडल में चली जाती थी. अभी सारी गैस पाइप के अंदर रह जाती है. शायद घटना के पीछे यही वजह है.
स्थानीय लोगों का आरोप
इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने चिंता जताई है. उनका कहना कि सीवेज सिस्टम काफी बुरी स्थिति में है. बोलने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती. डेढ़ साल से पी-3 गोलचक्कर के साथ सीवर लाइन टूटी हुई है, लेकिन सरकार बनवाने को तैयार नहीं है. कितनी बार शिकायत की है, लेकिन अधिकारी सुनते नहीं.