'नफीसा' के जाल में तुफैल! 600 पाकिस्तानी नंबर और 19 व्हाट्सएप ग्रुप, वाराणसी में ऐसे बुन रहा था साजिश
वाराणसी से एटीएस ने तैफुल को गिरफ्तार किया है. जहां पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास 600 पाकिस्तानी नंबर थे, जिनसे वह कॉन्टैक्ट करता था. साथ ही, 19 व्हाट्सएप के जरिए वह धार्मिक कट्टरता फैलाने का काम करता था. अब इस मामले में एक नया सामने आया है.;
मो. तुफैल को पुलिस ने पाकिस्तान को जासूसी करने के लिए गिरफ्तार किया है. तुफैल वाराणसी का रहने वाला एक मामूली बुनकर से फॉल्स सीलिंग मिस्त्री बना. पढ़ाई सातवीं तक ही की थी और जीवन में कुछ बड़ा नहीं कर सका. जब उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली, तो तुफैल अपनी मां और छोटे भाई के साथ ननिहाल नवापुरा आ गया.
यहीं रहकर मजदूरी करता था. शांत-सा दिखने वाला तुफैल मोहल्ले में ज्यादा किसी से बात नहीं करता था, लेकिन बाहर से आने वाले अजनबी अक्सर उसके घर आते-जाते दिखाई देते थे. अब पुलिस ने इस मामले में कई खुलासे किए हैं. जहां पुलिस ने बताया कि उसने 19 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए थे. साथ ही, वह नफीसा नाम की एक पाकिस्तानी महिला के भी जाल में फंस गया था. चलिए जानते हैं तैफुल की पूरी कहानी.
प्रयागराज की घटना से उभरा कट्टरपंथ
2023 में प्रयागराज में बस कंडक्टर पर हुए धार्मिक हमले ने तुफैल को और ज्यादा कट्टर बना दिया. वह उस घटना से इतना प्रभावित हुआ कि उसका वीडियो बार-बार ग्रुपों में डालता, स्टेटस लगाता और युवाओं को भड़काने वाले संदेश भेजता. यही नहीं, राजस्थान में हुए हमलों के वीडियो भी वह वायरल करता रहा. तुफैल ने वाराणसी, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर और भदोही के युवाओं को जोड़ते हुए 19 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए, जिनमें करीब 800 लोग शामिल थे. इन ग्रुपों में वह धार्मिक नफरत फैलाने वाले वीडियो, फोटो और मैसेज शेयर करता था.
पाकिस्तान के 600 नंबरों से सीधा संपर्क
एटीएस की जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि तुफैल पाकिस्तान के 600 मोबाइल नंबरों के संपर्क में था. वह लगातार देश की संवेदनशील जानकारी, फोटो और वीडियो पाकिस्तान भेज रहा था. एटीएस ने इन सभी नंबरों की जानकारी अन्य सुरक्षा एजेंसियों को सौंप दी है.
एक महिला, जिसने तुफैल को बदल डाला
तुफैल की जिंदगी की सबसे खतरनाक कड़ी थी पाकिस्तान की फैसलाबाद की रहने वाली नफीसा. फेसबुक के जरिए दोनों की दोस्ती हुई. नफीसा ने खुद को पाकिस्तानी सैनिक की पत्नी बताया. धीरे-धीरे उसने तुफैल को भावनात्मक और धार्मिक बातों में उलझाकर अपने जाल में फंसा लिया. तुफैल ने नेपाल के रास्ते दो बार उसे गिफ्ट भेजे, भारत की तस्वीरें, घाटों के वीडियो और धार्मिक स्थलों की जानकारी भी शेयर की. माना जा रहा है कि नफीसा ने ही तुफैल को भारत के खिलाफ काम करने के लिए प्रेरित किया.
कट्टरपंथी संगठन से जुड़ाव
साल 2018 में तुफैल ने पंजाब और कन्नौज में धार्मिक यात्राएं कीं, जहां वह कट्टरपंथी नेताओं के संपर्क में आया. फिर उसका झुकाव पाकिस्तान के प्रतिबंधित संगठन 'तहरीक-ए-लब्बैक' की ओर हुआ. वह शरिया कानून लागू करने और 2047 तक भारत पर मुस्लिम शासन के एजेंडे से प्रभावित हुआ. तुफैल ने गजवा-ए-हिंद की बातों को आगे बढ़ाने का काम भी शुरू कर दिया.
गिरफ्तारी और चुप परिवार
जब एटीएस ने तुफैल को पकड़ा, तो परिवार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. बस इतना कहा कि पुलिस आई और उसे उठा ले गई. किसी को नहीं पता कि तुफैल किन मामलों में पकड़ा गया, लेकिन अब एटीएस की जांच में देश विरोधी साजिश का पूरा नेटवर्क सामने आ रहा है.