उत्तर प्रदेश बहराइच: मूर्ति विसर्जन के दौरान हुआ बवाल, फायरिंग और पथराव; एक की मौत
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के लिए निकल रहे जुलूस में बवाल हुआ. इस दौरान जमकर पथराव और फायरिंग हुई, वहीं इस पथराव और फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत की भी खबर सामने आई है. सीएम योगी आदित्यानाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए.;
बहराइचः उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को एक रैली के दौरान संगीत बजने को लेकर को झड़प हुई. इस झड़प में 22 वर्षीय व्यक्ति को गोली लगी. जिसके कारण उसकी मौत हो गई. वहीं इस मामले में जांच पड़ताल कर रहे अधिकारी ने बताया कि इस झड़प में एक दोनों ओर से पथराव और गोलीबारी की गई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने भी इस झड़प पर दुख जताया है. CM ने कहा कि जो भी व्यक्ति इसमें दोषी पाया गया उसे बख्शा नहीं जाएगा. बताया गया कि यह घटना उस समय हुई जब विसर्जन के लिए देवी मां दुर्गा की मूर्ती को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था. जब यह जुलूस मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से गुजरा उस दौरान संगीत को लेकर विवाद छिड़ा.
गोलीबारी में हुई एक की मौत
इस झड़प में रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई है. गोलीबारी के दौरान राम गोपाल के गोली लगी. हालांकि इसकी जानकारी मिलने पर उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है. वहीं इस हत्या के क्षेत्र में काफी तनाव बढ़ गया है. इस तनावपूर्व स्थिति के कारण फखरपुर और अन्य स्थानों पर इस तरह के जुलूस को रद्द करना पड़ा.
पुलिस को दिए गए निर्देश
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि मूर्ती विसर्जन जारी रहना चाहिए. लेकिन धार्मिक संगठनों के साथ समन्वय करते यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह समय पर हो. वहीं इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षाबल बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं. इसी के साथ बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए उपद्रव के मामले में हरदी थानाध्यक्ष एसके वर्मा और महसी चौकी प्रभारी शिव कुमार को निलंबित कर दिया गया है.
लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई
वहीं पुलिस सुप्रीटेंडेंट एसपी ने इस लापरवाही के खिलाफ कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश के प्रशांत कुमार ने आग लगने से एक के हताहत होने की पुष्टि की, उन्होंने कहा कि गोंडा और बलरामपुर सहित पड़ोसी जिलों में आगजनी की कई घटनाएं सामने आईं हैं. डीजीपी ने कहा, "स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एडीजी गोरखपुर जोन केएस प्रताप कुमार और डीआइजी देवीपट्टन अमरेंद्र प्रताप सिंह को अतिरिक्त बलों के साथ घटना स्थल पर भेजा गया है.