शादी नहीं तो लोन नहीं! यूपी में बिजनेस के लिए बैंक में आवेदन लेकर पहुंची युवती, बेतुके कारणों से रद्द की ऐप्लीकेशन
UP News: यूपी में युवती को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत लोन देने से मना कर दिया गया. क्योंकि वह कुंवारी थी. इससे पहले आगरा निवासी अदिति वर्मा समेत कई लोगों के साथ ऐसा हुआ है. किसी की शादी न होना, किसी की पुरानी रजिस्ट्रेशन और न जाने क्या-क्या कारण बताकर उनके लोन के आवेदन को रद्द कर दिया गया.;
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को जीवन में बेहतर करने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है. प्रदेश के हर युवा को योगी सरकार करियर बनाने में आर्थिक रूप से मदद करती है, जिससे वह अपने पैरों पर खड़े हो जाएं और परिवार की मदद करें.
योगी सरकार की इन योजनाओं में एक नाम मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का भी शामिल है, जिसमें बिजनेस के लिए लोन दिया जाता है. अब इसको लेकर अजीबोगरीब मामला सामने आया है. एक युवती को स्कीम के तहत लोन देने से मना कर दिया गया. क्योंकि वह कुंवारी थी.
शादी न होना मुसीबत?
महिला बैंक में लोन लेने के लिए गई तो एक अधिकारी ने कहा कि अप्लाई करने वाली लड़की कुंवारी है, इसलिए बैंक लोन नहीं दे सकता. नौरंगाबाद की रहने वाली गीता कुमारी ने हार्डवेयर मैन्यूफैक्चरिंग के लिए उद्योग विभाग की वेबसाइट पर लोन के लिए अप्लाई किया था. जब वह लोन पास कराने के लिए ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यवर्त पहुंची तो उसकी ऐप्लीकेशन रद्द कर दिया गया. अधिकारियों ने कहा कि आपकी शादी नहीं हुई है, इसलिए लोन नहीं मिल पाएगा.
पहले भी सामने आया मामला
इससे पहले आगरा निवासी अदिति वर्मा समेत कई लोगों के साथ ऐसा हुआ है. किसी की शादी न होना, किसी की पुरानी रजिस्ट्रेशन और न जाने क्या-क्या कारण बताकर उनके लोन के आवेदन को रद्द कर दिया गया. सबसे बुरा हाल तो पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का बताया जा रहा है.
सरकारी योजना का लाभ न मिलने पर लोगों की नाराजगी भी देखने को मिली. सरकार ने तो योजना का ऐलान कर दिया लेकिन आम जनता उसका लाभ ही नहीं उठा पा रही है. बैंकों ने 3297 आवेदन पत्रों में से 1510 को रद्द किया जबकि 938 को मंजूरी दी और 830 को ही लोन दिया गया. 70 फीसदी आवेदन रद्द कर दिए गए.
क्या है मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना?
उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का उद्देश्य राज्य के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना है. इस योजना के तहत 21 से 40 वर्ष आयु के युवा जो आठवीं पास हों, और जिनके पास कौशल या प्रशिक्षण प्रमाणपत्र हो. वह बिना ब्याज और बिना गारंटी के 5 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं, जिसे आवश्यकता पड़ने पर दूसरे फेस में 10 लाख रुपये तक बढ़ाया भी जा सकता है. इसका लक्ष्य अगले 10 वर्षों में 10 लाख युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ना और प्रदेश में उद्यमिता का प्रेरणादायक मॉडल बनना है.