UP के अलीगढ़ में 11 साल की बच्ची को प्रिंसिपल बोला- निकाह करना चाहता हूं, प्राइवेट पार्ट को लगाता था हाथ, छात्रा ने सुनाई आपबीती
अलीगढ़ के जवां ब्लॉक के प्राथमिक जूनियर हाईस्कूल के प्रिंसिपल शकील अहमद पर 11 वर्षीय छात्रा के साथ यौन शोषण का सनसनीखेज आरोप लगा है. बच्ची ने अपनी मां को बताया कि शकील उसे छूता था और परीक्षा में फेल करने की धमकी देता था, साथ ही निकाह करने का दबाव डालता था.

अलीगढ़ के जवां ब्लॉक के तालिबनगर स्थित प्राथमिक जूनियर हाईस्कूल में 11 वर्षीय छात्रा के साथ प्रिंसिपल शकील अहमद द्वारा शोषण का मामला सामने आया है. बच्ची ने अपनी मां को बताया कि शकील उसे अपने निजी अंगों को छूता था और विरोध करने पर परीक्षा में फेल करने की धमकी देता था. आरोपी ने बच्ची को निकाह करने का दबाव भी बनाया. घटना ने पूरे इलाके में गहरा आक्रोश और चिंता पैदा कर दी है.
बच्ची की मां ने बताया कि 23 अगस्त की शाम बच्ची स्कूल से उदास और परेशान होकर घर लौटी. जब मां ने हालचाल पूछा, तो बच्ची टूटकर अपनी आपबीती सुनाने लगी. FIR के अनुसार, बच्ची ने कहा कि 'स्कूल का प्रधानाचार्य शकील अहमद मुझे बुरी नीयत से पकड़ता है और मेरे प्राइवेट पार्ट्स को छूता है. वह मेरे प्राइवेट पार्ट्स में उंगली भी करता है. जब मैं उसका विरोध करती हूँ, तो वह मुझे डराता है और कहता है कि अगर मैंने किसी को कुछ बताया तो वह मुझे परीक्षा में फेल कर देगा.'
बच्ची ने क्या-क्या बताया?
बच्ची ने आगे बताया कि शकील उसे अपने जाल में फंसाने के लिए मीठी-मीठी बातें करता और कहता, प्रधानाचार्य कहता कि वह मुझसे बहुत प्यार करता है और मुझसे निकाह करना चाहता है. बच्ची की मां ने तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने FIR दर्ज करने के बाद शकील अहमद को गिरफ्तार कर लिया. एसपी अमृत जैन ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और उसे देर रात गिरफ्तार किया गया. आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है.
शिक्षा विभाग की सख्त कार्रवाई
बच्ची की माँ ने बीएसए से भी शिकायत की, जिसके बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच शुरू की. बीएसए डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने पर शकील को निलंबित कर दिया गया.सस्पेंड करने के बाद आरोपी के खिलाफ विस्तृत जांच जारी है और बर्खास्तगी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
समाज के लिए चेतावनी
अधेड़ उम्र के शकील जैसे दरिंदों की हरकतें समाज के लिए सबसे बड़ा कलंक हैं. इंसानी शक्ल में छिपे ऐसे भेड़ियों को कड़ी सजा देने की आवश्यकता है. इसके साथ ही, ऐसे मानसिकता वाले लोगों की सोच का कारण समझना और उसे जड़ से खत्म करना बेहद जरूरी है.