पत्थरबाजी, आंसू गैस, जली गाड़ियां; संभल की शाही मस्जिद के सर्वे के दौरान क्या- क्या हुआ?
संभल में उस समय पथराव की घटना हुई जब एक सर्वेक्षण टीम मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए शाही जामा मस्जिद पहुंची. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया. इस घटना में 20 से अधिक पुलिसकर्मी और कई लोग घायल हो गए, जबकि दो युवक की मौत की खबर सामने आई है.;
उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को सुबह जामा मस्जिद में दोबारा सर्वे के दौरान पथराव शुरु हुआ है. उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी है. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. कई ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर आ रहे हैं, जिसमें गलियों में लोगों की भीड़ और पत्थर दिखाई दे रहे हैं. संभल के दौरान हुए इस हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हो गई है. इसकी पुष्टि जिले के अधिकारी ने की है. उन्होंने कहा कि इस हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है.
करीब ढाई घंटे तक मस्जिद के अंदर सर्वे करने के बाद पुलिस ने भारी सुरक्षा में दूसरे रास्ते से सर्वे टीम को वहां से बाहर निकाला. सर्वे करने पहुंची टीम में वकील विष्णु शंकर जैन भी शामिल थे. इस पथराव और बवाल के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए, लेकिन भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ. यह घटना स्थानीय स्तर पर सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के मुद्दे को और जटिल बना देती है, क्योंकि सर्वे के दौरान किसी भी प्रकार के हिंसक विरोध ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को चुनौती दी है.
संभल में उस समय पथराव की घटना हुई जब एक सर्वेक्षण टीम मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए शाही जामा मस्जिद पहुंची. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया. वरिष्ठ वकील विष्णु शंकर जैन द्वारा संभल के सिविल जज की अदालत में मस्जिद को मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका के बाद, 19 नवंबर को स्थानीय पुलिस और मस्जिद के प्रबंधन के सदस्यों की उपस्थिति में एक समान सर्वेक्षण किया गया था.
क्यों मच रहा संभल में बवाल?
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा कर रहा है कि यह मस्जिद नहीं हरिहर मंदिर है. जिसको लेकर आज सुबह करीब साढ़े सात बजे सर्वे हो रहा था. कोर्ट के आदेश एडवोकेट कमिश्नर सर्वे के लिए पहुंचे थे. इसी बीच शाही जामा मस्जिद के बाहर भीड़ जमा होने लगी और सर्वे को लेकर जमकर हंगामा शुरू हो गया. हालांकि अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने की बहुत प्रयास लेकिन कुछ लोगों ने पुलिस की टीम पर को निशाना बताने हुए जमकर पत्थरबाजी की.
यूपी के संभल में पथराव की घटना पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा कि, 'पथराव और तोड़फोड़ उचित नहीं है. मैं संभल के मुसलमानों से इस्लाम की शांति और शांति की शिक्षा को बनाए रखने की अपील करता हूं. जहां तक अदालती कार्यवाही का सवाल है तो जामा मस्जिद हमारी है. इसकी मीनारें, दीवारें और गुंबद इस बात का सबूत देते हैं कि यह एक तारिखी मस्जिद है. हम कानून और पुख्ता सबूतों के जरिए इससे लड़ेंगे और सफलता हमारी होगी.'
यूपी के संभल में पथराव की घटना पर राजद नेता मनोज झा ने कहा कि, 'उपचुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस का चेहरा पूरी दुनिया ने देखा...रिवॉल्वर से लोगों को डराया जा रहा है. हर संभव प्रयास होना चाहिए' किसी भी कीमत पर शांति बनाए रखने के लिए, चाहे सत्तारूढ़ दल सत्ता में हो या विपक्षी दल, उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि अच्छी नहीं है.