कांग्रेस के पूर्व विधायक का दामाद, पिता-माता भी यूनिवर्सिटी के कर्मचारी, कौन थे दानिश राव जिनकी AMU कैंपस में गोली मारकर की गई हत्या

दानिश राव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के डिवाई इलाके के रहने वाले थे. लेकिन उनका पूरा परिवार कई दशकों से अलीगढ़ के अमीर निशा क्षेत्र में मक्खन वाली कोठी के पास रहता था. दानिश राव का एएमयू से बचपन से ही गहरा रिश्ता था. वे खुद यहां से पढ़े थे और रोजाना कैंपस में लाइब्रेरी के पास टहलने आया करते थे.;

( Image Source:  X Handle )
Edited By :  रूपाली राय
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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) कैंपस में एक दर्दनाक घटना हुई है. यहां के एक टीचर दानिश राव (जिन्हें राव दानिश अली भी कहा जाता है) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना बुधवार की देर शाम हुई, जब वे रोज की तरह अपने दो साथियों के साथ मौलाना आजाद लाइब्रेरी के पीछे वाली कैंटीन के पास टहल रहे थे. अचानक दो बाइक पर सवार नकाबपोश बदमाश वहां पहुंचे. उन्होंने दानिश राव पर पास से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं. गवाहों के अनुसार, हमलावरों ने वारदात करने से पहले कहा, 'अब तो मुझे पहचानोगे कि मैं कौन हूं.' इसके बाद उन्होंने गाली-गलौज की और दानिश राव के बहुत करीब आकर उन पर फायरिंग शुरू कर दी.

दो पिस्टलों से लगभग 10 राउंड गोलियां चलाई गईं, जिनमें से कई उनके सिर में लगी. हमला इतना अचानक और तेज था कि साथी कुछ कर भी नहीं पाए. हमलावर गोली चलाकर तुरंत वहां से भाग निकले.' घायल दानिश राव को उनके साथियों ने फौरन जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इस घटना से पूरे यूनिवर्सिटी कैंपस में सदमा और गुस्सा फैल गया. बड़ी संख्या में छात्र, टीचर्स और स्टाफ अस्पताल और घटनास्थल पर जमा हो गए.

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कौन है दानिश राव?

दानिश राव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के डिवाई इलाके के रहने वाले थे. लेकिन उनका पूरा परिवार कई दशकों से अलीगढ़ के अमीर निशा क्षेत्र में मक्खन वाली कोठी के पास रहता था. दानिश राव का एएमयू से बचपन से ही गहरा रिश्ता था. वे खुद यहां से पढ़े थे और रोजाना कैंपस में लाइब्रेरी के पास टहलने आया करते थे. वे एएमयू के एबीके यूनियन हाई स्कूल में कंप्यूटर टीचर थे और साल 2015 से वहां पढ़ा रहे थे. दानिश राव एक पढ़े-लिखे और सम्मानित परिवार से थे. उनकी मां एएमयू में शिक्षिका रह चुकी हैं, पिता यूनिवर्सिटी में कर्मचारी थे. उनके भाई एएमयू के इंजीनियरिंग विभाग में टीचर हैं. सामाजिक और राजनीतिक रूप से भी उनका परिवार जाना-पहचाना था.

पूर्व विधायक के दामाद थे 

दानिश राव मुरादाबाद की ठाकुर द्वारा विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ. मोहम्मद उल्लाह चौधरी के दामाद थे. परिवार वालों का कहना है कि उन्हें दानिश राव की किसी से कोई पुरानी रंजिश या दुश्मनी की जानकारी नहीं है. लेकिन हमलावरों की उस बात, 'अब तो मुझे पहचानोगे से लगता है कि शायद वे दानिश राव को पहले से जानते थे. पुलिस भी इस बात की जांच कर रही है कि कहीं यह हत्या किसी पुरानी दुश्मनी का बदला तो नहीं है.'

मामले की चल रही जांच 

पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. वे घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज देख रहे हैं और वहां मौजूद लोगों के बयान ले रहे हैं. हमलावरों की तलाश में टीमें गठित की गई हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन भी पुलिस के साथ मिलकर मामले की गहराई से जांच करवा रहा है. अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है और मकसद भी साफ नहीं है.

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