महाकुंभ में भगदड़ का असली सच आएगा सामने! घटनास्थल का दौरा करेगा जांच आयोग
Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में मची 28 जनवरी की देर रात भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई और 60 लोग घायल हो गए. इस घटना का सम पता करने के लिए आज जांच आयोग मेले का दौरा करेगा. जिसमें घटना के कारणों और परिस्थितियों का पता लगाना और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए उपाय सुझाएगा.;
Mahakumbh Stampede: प्रयागराज में लगे महाकुंभ में मची भगदड़ से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, वहीं बड़ी संख्या में लोग घायल हुए. अब इस मामले की जांच की जा रही है. शुक्रवार 31 जनवरी को जस्टिस हर्ष कुमार की नेतृत्व में बनाई गई टीम घटनास्थल का दौरा करेगी. यूपी सरकार ने बुधवार को तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महाकुंभ पहुंच तक समिति भगदड़ के कारण का पता लगाएगी. जिसमें घटना के कारणों और परिस्थितियों का पता लगाना और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए उपाय सुझाएगा. जस्टिस कुमार ने गुरुवार को कहा कि "हम शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा करेंगे. घटनास्थल का जल्द से जल्द दौरा करना महत्वपूर्ण है और हम दौरे के बाद आगे की कार्रवाई तय करेंगे." आयोग के अन्य सदस्यों में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और पूर्व आईएएस अधिकारी डीके सिंह शामिल हैं.
भगदड़ की होगी जांच
जस्टिस कुमार ने कहा कि हमारी प्राथमिकता जांच है और इसलिए हमने कार्यभार संभाला है. उन्होंने कहा, हमारे पास एक महीने की समयसीमा है लेकिन फिर भी हम इसे तेजी से पूरा करने की कोशिश करेंगे. बता दें कि मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान के लिए लाखों तीर्थयात्रियों के बीच बुधवार को महाकुंभ के संगम क्षेत्र में सुबह से पहले भगदड़ मची गई थी. इसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 घायल हो गए.
वाहनों की एंट्री पर बैन?
प्रयागराज के जिला अधिकारी रविंद्र कुमार मंदर ने कहा, "सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है कि प्रयागराज में 4 फरवरी तक वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. यह खबर पूरी तरह से गलत है. डायवर्जन स्कीम सिर्फ मौनी अमावस्या के दिन के लिए लागू की गई थी. अब लगभग सभी श्रद्धालु वापस लौट रहे हैं और डायवर्जन स्कीम को पुलिस हटा रही है. हमने पुलिस को बैरिकेडिंग हटाने के निर्देश दिए हैं. 31 जनवरी, 1 और 4 फरवरी को किसी भी वाहन पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा. सिर्फ 2 और 3 फरवरी को वसंत पंचमी के स्नान पर डायवर्जन स्कीम लागू रहेगी. मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश की एक बहुत ही अलग प्रक्रिया है, मेला अधिकारी और DIG सभी को इसकी जानकारी देंगे. उन्होंने बताया कि कमिश्नरेट क्षेत्र में वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं है."