‘पापी कुंभ में जाए', चंद्रशेखर रावण के बयान पर बवाल; किसी को चाहिए दर्शन तो किसी ने बताया कौआ
आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण के एक बयान को लेकर विवाद छिड़ गया है. जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधते हुए कहा, "क्या चंद्रशेखर कभी महाकुंभ गए हैं? अगर उन्होंने कभी कोई पाप नहीं किया है, तो मैं उनके दर्शन करना चाहूंगा.';
महाकुंभ 2025 का आगाज 13 जनवरी से होने वाला है, और इसे लेकर पूरे देश में तैयारियां जोरों पर हैं. कुंभ में दूर-दूर से भक्तों और संतों का आगमन शुरू हो चुका है. इसी कड़ी में, आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण के एक बयान को लेकर विवाद छिड़ गया है. जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधते हुए कहा, "क्या चंद्रशेखर कभी महाकुंभ गए हैं? अगर उन्होंने कभी कोई पाप नहीं किया है, तो मैं उनके दर्शन करना चाहूंगा.' स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का यह बयान अब सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है और इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
आज़ाद समाज पार्टी - कांशीराम सांसद चंद्रशेखर आज़ाद के महाकुंभ 2025 पर दिए गए बयान पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा, "तो उनका मतलब है कि महाकुंभ में सिर्फ़ पापी ही आते हैं? क्या वो महाकुंभ में आए हैं? हम अपनी आस्था के कारण यहाँ आए हैं और हम बहुत खुश हैं. इससे किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.'
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भी इस विषय पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, "हम महाकुंभ में इसलिए आते हैं कि जाने-अनजाने कोई दोष या पाप हुआ हो, तो उसका निवारण यहां हो सके. यह हमारी आस्था है और शास्त्रों में भी इसका उल्लेख है. उन्होंने आगे कहा, "हम अपनी भक्ति भगवती गंगा, यमुना और त्रिवेणी को समर्पित कर रहे हैं। हमें यहां बड़ा आनंद प्राप्त होता है, और यदि हमारे कोई पाप हैं, तो वे नष्ट हो जाएं, यही हमारा उद्देश्य है.
'जैसे किसी बाग में कौआ बोल रहा हो'
चंद्रशेखर के बयान के बाद भाजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. यूपी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने चंद्रशेखर के बयान की आलोचना करते हुए कहा, 'कुंभ पर चंद्रशेखर आजाद का बयान कौआ के समान है. कुंभ में हर तरफ कोयल की मधुर आवाज सुनाई दे रही है, और ऐसे में उनका बयान ऐसा है जैसे किसी बाग में कौआ बोल रहा हो.
क्या बोले थे चंद्रशेखर आजाद?
चंद्रशेखर आजाद ने मीडिया से कहा कि सरकार से आप कोई और सवाल पूछोगे- रोजगार, बुनियादी सुविधा, लोगों के मकान, रोटी कपड़ा को लेकर सरकार के पास कोई जवाब नहीं होता है. सरकार कहती है कि एक दिन में कुछ नहीं होता. लेकिन हमने देखा कि 6 महीने में रेत पर एक बहुत बड़ा शहर बनते हमने देखा है. सरकार करने पर आती है तो सबकुछ हो जाता है. तो जिस विचारधारा की सरकार है अपना काम कर रही है, जब सरकार इतना अच्छा काम कर रही है तो इसमें क्या कहें. किसी को पाप धोने हैं, जिसने पाप किए हैं वो चला जाए कुंभ.
आजाद ने आगे कहा कि कोई बताता है क्या कि उसने पाप किया है. आपने पाप किया तो आप बता दोगे? मेरा ये कहना है कि हम इस देश में उन लोगों के लिए रोटी, कपड़ा, मकान, बुनियादी सुविधा और सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं जिनको हजारों साल तक जाति, धर्म, संप्रदाय के नाम पर अपमानित किया गया. जहां कई बार प्रशासन, न्यायपालिका, मीडिया भी एकतरफा खड़ी दिखाई देती है उन कमजोर वर्गों की लड़ाई हम लोग लड़ने का काम कर रहे हैं जिनको आजादी के इतने दिनों बाद भी इज्जत की जिंदगी नहीं मिली.