संभल हिंसा: जामा मस्जिद का सर्वे, अफवाह के बाद बवाल और पत्थरबाजी; पढ़ें अबतक क्या क्या हुआ?

मस्जिद के बाहर इक‌ट्ठा हुई भीड़ ने जमकर पथराव किया व पुलिसकर्मियों के वाहनों को आग के हवाले कर दिया. अलग-अलग समूहों में पहुंचे उपद्रवियों को नियंत्रित करने को पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं. उपद्रवियों के पथराव में एसडीएम, सीओ और एसपी के पीआरओ समेत 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.;

Curated By :  नवनीत कुमार
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संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई, इसमें चार लोगों की मौत हुई है और कई अधिकारियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं. 19 नवंबर को एक स्थानीय अदालत ने मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था. रविवार को सर्वे की टीम जब जामा मस्जिद पहुंची तभी हिंसा भड़क गई.

मस्जिद के बाहर इक‌ट्ठा हुई भीड़ ने जमकर पथराव किया व पुलिसकर्मियों के वाहनों को आग के हवाले कर दिया. अलग-अलग समूहों में पहुंचे उपद्रवियों को नियंत्रित करने को पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं. उपद्रवियों के पथराव में एसडीएम, सीओ और एसपी के पीआरओ समेत 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. डेढ़ दर्जन उपद्रवियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. घटना के बाद से संभल बाजार बंद है. अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.

कब और कैसे भड़की हिंसा

मस्जिद के अंदर टीम गई और सर्वे कर रही थी. बाहर अफवाह उड़ाई गई कि वजूखाने का पानी निकलवाई जा रही है और वहां खुदाई होने वाली है. इस जानकारी के बाद भीड़ उग्र हो गई. बताया जाता है कि जब मस्जिद के बाहर भीड़ एकत्र हो रही थी तो पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार ने उन लोगों पर लाठीचार्ज करवा दिया, जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई. इसके बाद पत्थरबाजी शुरू हुई और दंगा फ़ैल गया. पुलिस के अनुसार, पुलिस पीआरओ संजीव कुमार के पैर में गोली लगी है जबकि उप जिलाधिकारी रमेश चंद्र के पैर की हड्डी टूट गई है. इसके अलावा पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार को भी छर्रे लगे हैं.

मस्जिद में खुदाई की बात पर भड़के लोग

शाही जामा मस्जिद प्रबंध समिति के अध्यक्ष जफर अली ने कहा कि उपजिलाधिकारी ने ज़िद करके वजूखाने का पानी निकलवाया, जबकि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का सुझाव था कि डंडे से पानी की गहराई नाप ली जाए. उपजिलाधिकारी की ज़िद पर जब हौज का पानी निकाला गया, तो बाहर जमा लोगों में यह भ्रम फैल गया कि मस्जिद में खुदाई की जा रही है। इसी गलतफहमी के कारण लोग उग्र हो गए.

कोर्ट ने क्या दिया था आदेश?

संभल की शाही जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने के दावे पर कोर्ट ने कहा है कि कोई भी आदेश पारित करने से पहले दूसरे पक्ष को भी सुना जाना जरूरी है. इसलिए भारत सरकार व अन्य दूसरे पक्षों को सुने जाने के लिए नोटिस भेजा जाए. एडवोकेट कमिश्नर अपनी मौके की रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत करें. मामला संवेदनशील होने के कारण उसकी वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी की जाए. डीएम व एसपी मौके पर पुलिस बल उपलब्ध कराएं.

बाबर ने मंदिर को मस्जिद में बदलने का किया था प्रयास

विष्णु जैन ने बताया कि संभल स्थित हरिहर मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहां से दशावतार में कल्कि अवतार का उदय होना है. 1529 में बाबर ने इस मंदिर को तोड़कर मस्जिद में बदलने का प्रयास किया था. यह क्षेत्र भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित है, जहां किसी भी प्रकार का अतिक्रमण संभव नहीं है. जैन ने कहा कि वहां कई ऐसे निशान और संकेत मौजूद हैं, जो इसे हिंदू मंदिर साबित करते हैं. इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अदालत ने आदेश जारी किया है. इस मामले में एएसआई, उत्तर प्रदेश सरकार, जामा मस्जिद कमेटी और संभल के जिलाधिकारी को पक्षकार बनाया गया है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 315 बोर की गोली की पुष्टि

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतकों को 315 बोर की गोली लगने की पुष्टि हुई है. कुछ शवों में गोलियां आर-पार होने के संकेत मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वे किस बोर के हथियार से चली थी. फिलहाल संभल में स्थिति नियंत्रण में है। चार कंपनी पीएसी और एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स ने इलाके का मोर्चा संभाल लिया है. विवादित परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है. डीजीपी मुख्यालय हर दो घंटे में संभल पुलिस से रिपोर्ट ले रहा है, जिसे शासन और केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा जा रहा है.

स्थिति शांतिपूर्ण है: कमिश्नर आंजनेय कुमार

मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि संभल में स्थिति शांतिपूर्ण है, जांच चल रही है. एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं. 4 लोगों की मौत हो गई है. घायलों का इलाज चल रहा है. सख्त कार्रवाई की जाएगी, जरूरत पड़ी तो एनएसए भी लगाया जाएगा.

2500 लोगों के खिलाफ मुकदमा

एसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि संभल में पथराव की घटना के ख़िलाफ़ क़रीब 2500 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. हंगामा करने वाले सभी लोगों की पहचान सीसीटीवी के ज़रिए की जाएगी और सभी को जेल भेजा जाएगा.

नेताओं के चक्कर में भविष्य बर्बाद मत करो: SP

एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एसपी कहते दिख रहे हैं कि नेताओं के चक्कर में भविष्य बर्बाद मत करो.

पत्थरबाजी का वीडियो वायरल

हिंसा के दौरान कई वीडियो आए जिसमें उपद्रवी खुलेआम पत्थरबाजी करते और फायरिंग करते नजर आ रहे हैं. इन वीडियो में न केवल पत्थर फेंके जा रहे हैं, बल्कि कुछ लोग हथियारों के साथ भी दिखाई दे रहे हैं, जिससे हिंसा और अधिक बढ़ गई. इन घटनाओं ने पूरे क्षेत्र में भय का माहौल पैदा कर दिया.

राजनीति करने वालों के लिए चेतावनी

संभल के जिला मजिस्ट्रेट ने एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें बिना अधिकारियों की अनुमति के किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि के जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है.

सांसद पर मुकदमा दर्ज

हिंसा मामले में संभल के दो थानों में 7 मुकदमे दर्ज हुए हैं. इसमें सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को भी आरोपी बनाया गया है. साथ ही सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे नवाब सुहैल इकबाल पर भी केस दर्ज हुआ है. सांसद पर दंगाईयों को भड़काने का आरोप लगा है. इसपर सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि मुस्लिम समाज के लोगों को टारगेट किया जा रहा है. आजादी के बाद ऐसा नहीं हुआ. जुमे की नमाज हमें नहीं पढ़नी दी गई, ये लोग जय श्री राम के नारे लगाते हुए पहुंचे थे. देश की छवि ख़राब करने का काम किया गया और 'प्लेसस और वरशिप एक्ट' का मजाक बनाया गया. अब सपा भी उनके बचाव में उतर गई है.

सरकार ने जानबूझकर ऐसा किया: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि उपचुनाव के दौरान वोट लूटने और अपने कुकर्मों को छुपाने के लिए सरकार ने जानबूझकर ऐसा किया है. हमारे सभी सांसद और सभी विपक्षी दलों के लोग इस सवाल को संसद में उठाना चाहते थे लेकिन जब भी हमें समय मिलेगा हम इस मुद्दे को उठाएंगे. हमारा प्रतिनिधिमंडल संभल जाकर पीड़ितों से मुलाकात भी करेगा.

बीजेपी के लोग कर रहे हंगामा: तेजस्वी

राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी के लोग यूपी में हंगामा कर रहे हैं, वो देश में हिंसा का माहौल बनाना चाहते हैं. नफरत फैलाना चाहते हैं.

बीजेपी द्वारा प्रायोजित है हिंसा: संजय सिंह

आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि संभल में हिंसा बीजेपी और सरकार द्वारा प्रायोजित है. काशी, मथुरा में सर्वे हुआ था और यहां संभल में सर्वे कैसे हो रहा है?

SP और DM जिम्मेदार: रामगोपाल यादव

समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि हमारी मांग है कि गोली चलाने वालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए, जिसके लिए जिलाधिकारी और एसपी जिम्मेदार हैं.

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