संभल शाही जामा मस्जिद: क्या है वह विवाद, जिसके कारण हुई झड़प और हिंसा? 3 की हुई मौत
Sambhal Shahi Jama Masjid: उत्तर प्रदेश के संभल में मुगलकालीन शाही जामा मस्जिद विवाद में है. हिंदी पक्ष की ओर से कोर्ट में दायर याचिका में दावा किया गया है कि यह एक मंदिर था जिसे बाबर ने मस्जिद बनाने के लिए तोड़ दिया था.;
Sambhal Shahi Jama Masjid: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार सुबह शाही जामा मस्जिद का निरीक्षण करने पहुंची टीम पर हमला होने के बाद तनाव फैल गया. ये झड़पें एक विवाद के बाद शुरू हुईं जो पुलिस अधिकारियों पर पथराव तक बढ़ गई. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे.
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार सुबह पथराव हुआ और वाहनों में आग लगा दी गई. टीम शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए चंदौसी शहर पहुंची थी. भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया. गोलियां भी चलाई गईं और आगजनी भी हुई. हिंसा में तीन युवकों की मौत हो गई. एसपी का गनर भी इस हिंसा का शिकार हो गए. वह घायल बताए जा रहे हैं.
क्या है शाही जामा मस्जिद विवाद?
शाही जामा मस्जिद मुगलकालीन मस्जिद है, जिसे लेकर विवाद है. हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि यह स्थल वास्तव में हरिहर मंदिर नामक एक मंदिर था, जिसे 1529 में बाबर ने ध्वस्त कर दिया था. हिंदू पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन और उनके पिता हरि शंकर जैन ने 6 अन्य याचिकाकर्ताओं के साथ सिविल जज (वरिष्ठ प्रभाग) की कोर्ट में याचिका दायर की.
19 नवंबर को कोर्ट ने मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया और सर्वेक्षण करने के लिए सीनियर वकील रमेश राघव को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया. याचिकाकर्ताओं में से एक गोपाल शर्मा ने दावा किया है कि मुगलकालीन दस्तावेजों जैसे 'बाबरनामा' और 'आइन-ए-अकबरी' से यह स्पष्ट है कि बाबर के ध्वस्त करने से पहले हरिहर मंदिर इस स्थान पर था.
कोर्ट ने सर्वे की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर 29 नवंबर तक रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया. कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए टीम 19 नवंबर की शाम मस्जिद पहुंची और करीब दो घंटे तक सर्वे किया. रविवार को टीम दूसरी बार सर्वेक्षण करने के लिए मस्जिद पहुंची, लेकिन समुदाय के लोगों ने उसका विरोध किया. पुलिस भी मौके पर पहुंची और भीड़ को शांत करने की कोशिश की. हालांकि, विवाद बढ़ता गया और स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है.
झड़प में 3 की मौत और एक पुलिसकर्मी घायल
विवाद के बाद भीड़ ने पथराव किया और वाहनों को आग लगाने की कोशिश की और गोलीबारी की जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और तीन लोगों की मौत हो गई. मुरादाबाद के संभागीय आयुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने कहा, 'नईम, बिलाल और नौमान नाम के तीन लोगों की मौत हो गई है. पुलिस अधीक्षक के गनर समेत कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.'
उपद्रवियों पर लगेगा NSA
संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा, 'स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े.' उन्होंने कहा कि पथराव करने वालों और उन्हें भड़काने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हम घटना में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया में हैं. आरोपियों पर NSA के तहत भी मामला दर्ज किया जाएगा.'