सीमा हैदर की हुई गोद भराई, वकील एपी सिंह ने मायका पक्ष बनकर रस्म को किया पूरा
पाकिस्तान से अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते ग्रेटर नोएडा आई सीमा हैदर की 2 मार्च को गोद भराई हुई. वकील एपी सिंह ने अपने परिवार के साथ गोद भराई की रस्म को पूरा किया. सचिन मीणा के साथ सीमा की लव स्टोरी काफी चर्चा में रही. दोनों ने नेपाल के एक मंदिर में शादी की थी.;
Seema Haider Sachin Meena: पाकिस्तान से अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते ग्रेटर नोएडा आई सीमा हैदर की 2 मार्च को गोद भराई हुई. वकील एपी सिंह ने अपने परिवार के साथ गोद भराई की रस्म को पूरा किया. सीमा के पाकिस्तानी पति से चार बच्चे पहले से हैं. अब वह पांचवें की मां बनने वाली हैं. उनके चार बच्चे पहले से हैं. यह सचिन मीणा का पहला बच्चा होने जा रहा है. व
बता दें कि गर्भावस्था के नौवें महीने में प्रवेश करने पर सीमा हैदर की गोद भराई की रस्म की गई. उनके वकील एपी सिंह ने मायका पक्ष बनकर सीमा के गोद भराई की रस्म को पूरा किया.
गिफ्ट और मिठाई लेकर पहुंचे एपी सिंह
एपी सिंह ने सीमा और उसके बच्चों के लिए कपड़े, गिफ्ट, फल और मिठाई लेकर आए थे. आसपास की महिलाओं ने परंपरागत गीत गाकर और पूरे विधि विधान के साथ गोद भराई की रस्म को पूरा करवाया.
चर्चा में रही सीमा-सचिन की लव स्टोरी
बता दें कि पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर और सचिन मीणा की लव स्टोरी पिछले साल सुर्खियों में रही. दोनों की मुलाकात ऑनलाइन गेम पबजी के जरिए हुई थी. बाद में दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया और उन्होंने शादी कर ली.
हाल ही में, सीमा हैदर ने एक वीडियो के जरिए खुद के प्रेग्नेंट होने की घोषणा की थी. इसमें वह सचिन को प्रेगनेंसी जांच किट दिखाते हुए यह खुशखबरी बता रहीं हैं. एक अन्य वीडियो में सीमा हैदर भावुक नजर आ रही हैं. इससे यह संकेत मिलता है कि संभवतः उनके और सचिन के बीच कुछ मतभेद हो सकते हैं.
सीमा और सचिन की शादी पर विवाद
सीमा और सचिन की शादी पर विवाद बना हुआ है. सीमा के पहले पति गुलाम हैदर ने भारतीय कोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसके बाद गौतम बुद्ध नगर फैमिली कोर्ट ने सीमा, सचिन, उनके वकील, शादी कराने वाले पंडित और बारातियों को नोटिस जारी किया.
बच्चे की नागरिकता पर उठे सवाल
इसके अतिरिक्त, सीमा और सचिन के होने वाले बच्चे की नागरिकता को लेकर भी चर्चा हो रही है. भारतीय नागरिकता कानून 1955 के अनुसार, भारत में जन्म लेने वाला बच्चा तभी भारतीय नागरिक होता है, जब उसके माता-पिता में से कोई एक विदेशी न हो और अवैध रूप से भारत में न रह रहा हो. सीमा के अवैध तरीके से भारत आने के कारण उसके बच्चे की नागरिकता पर प्रश्चचिह्न लगा हुआ है.