रैली में राकेश टिकैत की नो एंट्री, पहले सिर पर मारा झंडा फिर पगड़ी गिराई, भीड़ का फूटा गुस्सा; कार्यक्रम बना अखाड़ा! VIDEO
मुजफ्फरनगर में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में निकाली जा रही जनआक्रोश रैली के दौरान भारी हंगामा हो गया. भीड़ ने किसान नेता राकेश टिकैत का जमकर विरोध किया. पहले एक युवक ने उनके सिर पर झंडा फेंका, जिससे टिकैत की पगड़ी गिर गई. इसके बाद 'टिकैत वापस जाओ' के नारे लगने लगे और भीड़ ने उन्हें घेर लिया.;
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में शनिवार को मुजफ्फरनगर का टाउनहॉल मैदान जनसैलाब से भर गया, लेकिन रैली शुरू होने से पहले ही माहौल बेकाबू हो गया. हजारों की भीड़ आतंकवाद के खिलाफ आक्रोशित थी, लेकिन हालात तब बिगड़े जब अचानक भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत वहां पहुंच गए. लोगों ने उनके खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए नारेबाजी कर दी और उन्हें कार्यक्रम से बाहर जाने के लिए मजबूर कर दिया.
गुस्से में भीड़, टिकैत का रास्ता रोका
जैसे ही टिकैत मंच के पास पहुंचे, भीड़ के एक हिस्से ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया. ‘टिकैत वापस जाओ’ और ‘यहां राजनीति नहीं चलेगी’ जैसे नारे लगते ही पूरा माहौल गरमा गया. समर्थकों के साथ टिकैत जब लौटने लगे, तो भीड़ ने उन्हें घेर लिया और पुलिस को हस्तक्षेप कर हालात संभालने पड़े.
पहले से तय थी बड़ी विरोध रैली
पिछले कई दिनों से शहर के व्यापारी संगठनों और हिंदू मंचों ने पहलगाम हमले के खिलाफ एक बड़ी रैली की योजना बना रखी थी. दोपहर बाद शहर के बाजार स्वेच्छा से बंद कर दिए गए और हजारों लोग टाउनहॉल मैदान पर इकट्ठा हुए. शाम होते-होते मैदान में तिल रखने की भी जगह नहीं बची थी. आयोजकों की ओर से कई वक्ताओं ने मंच से सरकार से पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा जवाब मांगते हुए जनता को संबोधित किया.
धक्का-मुक्की और पगड़ी गिरने से माहौल और गरमाया
टिकैत का विरोध कर रहे लोगों में कुछ ने हाथों में लहराते झंडों को उनकी ओर उछाल दिया, जिससे उनकी पगड़ी गिर गई. इसके बाद उनके समर्थकों और विरोध कर रही भीड़ के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हो गई. पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभालकर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला.
टिकैत बोले -'हमें रोककर किसान आवाज दबाने की कोशिश'. मौके से लौटने के बाद राकेश टिकैत ने कहा, 'हम आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने आए थे, लेकिन कुछ लोगों ने जानबूझकर अफरातफरी मचाई. किसान आंदोलन को कमजोर करने की ये चाल है. हम चुप नहीं बैठेंगे, जल्द ही बड़ा आंदोलन और ट्रैक्टर रैली की घोषणा की जाएगी.'