2027 में कोई चूक नहीं! UP में क्या है BJP का 'दलित' प्लान’, जिससे विपक्ष को लग सकता है झटका?
BJP 'Operation Dalit' In UP: बीजेपी आलाकमान ने अंबेडकर, संविधान, आरक्षण और दलितों से जुड़े मुद्दों को लेकर एक विशेष गाइडलाइन जारी की है. सभी नेताओं से स्पष्ट तौर पर कहा है कि वे अनावश्यक या भड़काऊ बयानबाजी से बचें, क्योंकि लोकसभा चुनावों के दौरान कुछ नेताओं के बयानों से हुई नुकसान पार्टी विधानसभा चुनाव में किसी भी कीमत पर दोहराना नहीं चाहती है.;
BJP 'Operation Dalit' In UP: उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी किसी भी तरह की गलती नहीं चाहती है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियां तय करनी शुरू कर दी हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी ने RSS के सहयोग से दलित समुदाय को केंद्र में रखकर एक नई संपर्क योजना पर काम कर रही है.
दलित वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है. इस अभियान की शुरुआत 15 अप्रैल से होगी और यह 25 अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान प्रदेश के अलग-अलग जिलों की दलित बस्तियों और मोहल्लों में संवाद गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा.
अंबेडकर जयंती पर शुरू हो रहा 'ऑपरेशन दलित'
इसके अलावा, राज्य स्तर पर भी विशेष कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें पार्टी की नीति और योजनाओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में बीजेपी 'ऑपरेशन दलित' नामक एक विशेष अभियान की शुरुआत करने जा रही है. इस अभियान का शुभारंभ अंबेडकर जयंती के अवसर पर किया जाएगा.
छात्रों पर भी बीजेपी कर रही फोकस
इस रणनीति के तहत बीजेपी के कार्यकर्ता और ABVP के सदस्य डिग्री कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों का दौरा करेंगे. वे वहां दलित छात्रों से व्यक्तिगत रूप से या समूहों में मुलाकात करेंगे और उन्हें केंद्र में मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा सामाजिक न्याय के क्षेत्र में किए गए प्रयासों और योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे.
प्रदेश स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन
'ऑपरेशन दलित' अभियान के तहत प्रदेश स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाएगा. इन कार्यशालाओं में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे. उनके साथ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी शामिल होंगे.
बीजेपी का आदेश-दलित पर बोलने से बचें नेता
बीजेपी ने अपने इस एक्शन प्लान में अपने नेताओं को कई सख्त निर्देश जारी किए हैं. बीजेपी ने अपने नेताओं को कहा है कि आंबेडकर, संविधान, आरक्षण और दलित मुद्दों पर सभी नेता संभलकर बोलें. बीजेपी चाहती है कि कैसे भी दलित वोट बैंक को पार्टी की नीति की तहत खुश रखा जाए. लोकसभा चुनावों में अपने नेताओं के बयानबाजी का खामियाजा बीजेपी पहले ही कई सीटों को खोकर भुगत चुकी है. ऐसे में लहजे पर कंट्रोल रखने की सख्त सलाह संगठन मंत्री बीएल संतोष ने अपने नेताओं को दे दी है.