सेना के हवाले होता महाकुंभ तो नहीं होता... भगदड़ के बाद निरंजनी अखाड़ा, संतों की आंखें हुई नम | VIDEO
Maha Kumbh 2025: भगदड़ मचने के बाद निरंजनी अखाड़े के प्रमुख कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा, 'बड़ी भीड़ को देखते हुए, अखाड़ा परिषद और सभी आचार्यों ने निर्णय लिया है कि हम आज स्नान नहीं करेंगे.' इस दौरान संतों का बयान आ रहा है, जिसमें संत इस घटना को लेकर काफी भावुक हैं.;
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में बड़ा हादसा हो गया, जहां भगदड़ मचने से अफरातफरी का स्थिति बन गई. इसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए और 15 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है. घटना के बाद अमृत स्नान को रद्द कर दिया गया है. वहीं सतों के बयान भी सामने आ रहे हैं, जिसमें निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
स्वामी प्रेमानंद ने कहा, 'हम सब संवैधानिक व्यवस्था से चलते हैं और अखाड़ा भी प्रशासन और सरकार के नियमों के मुताबिक ही काम करता है. इस मेले की जवाबदारी प्रशासन की है.' उन्होंने कहा कि हमने तो पहले ही कहा था कि महाकुंभ को सेना के हवाले कर देना चाहिए था, अगर पहले ही सेना के हवाले कर दिया जाता तो इस तरह की बड़ी घटना नहीं होती.
हम आज स्नान नहीं करेंगे -निरंजनी अखाड़े के प्रमुख
भगदड़ मचने के बाद निरंजनी अखाड़े के प्रमुख कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा, 'बड़ी भीड़ को देखते हुए, अखाड़ा परिषद और सभी आचार्यों ने निर्णय लिया है कि हम आज स्नान नहीं करेंगे. हमें आम लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखना होगा. भारतीय परंपराओं में संत हमेशा सभी की भलाई के लिए प्रार्थना करते हैं और काम करते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए सभी अखाड़ों ने आज पवित्र डुबकी लगाने से परहेज करने पर सहमति व्यक्त की है. हम वसंत पंचमी पर खुशी से पवित्र डुबकी लगाएंगे.'
भगदड़ जैसी स्थिति के बाद अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है. मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर दूसरे अमृत स्नान पर 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के महाकुंभ में स्नान करने की उम्मीद थी.
हालांकि, संगम पर भगदड़ मच गई और कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. इसमें 15 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है. यहां से संतों का बयान भी सामने आ रहा है, जिसमें निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.