'राम करते हैं सभी काम', नगर निकाय प्रमुखों ने भगवान के लिए खाली छोड़ीं कुर्सियां
उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों ने भगवान राम में उनकी आस्था को लेकर एक अनूठी मिसाल कायम की है. ड़वारा नगर पंचायत प्रमुख सीमा सिंह और सदर विकास खंड प्रमुख शेषा देवी ने अपनी कुर्सी को भगवान राम को समर्पित किया है. अब वह उस कुर्सी पर बैठकर नहीं बल्कि उसी के बराबर एक कुर्सी पर बैठकर जनता की सेवा करती हैं.;
प्रयागराज में गड़वारा नगर पंचायत के प्रमुख और प्रतापगढ़ जिले के सदर विकास खंड प्रमुख ने भगवान राम में अपनी आस्था को दर्शाया है. उन्होंने अपनी कुर्सी भगवान राम को समर्पित की है. गड़वारा नगर पंचायत प्रमुख सीमा सिंह और सदर विकास खंड प्रमुख शेषा देवी ने कहा कि श्री रााम उनके कार्यालयों के प्रशासनिक कार्यों को चलाते हैं. वह सिर्फ उनका प्रतिनिधित्व करते हैं.
सीमा सिंह का ऐसा मानना है कि पिछले साल नगर पंचायत के इलेक्शन में जीत उन्होंने भगवान राम के आशिर्वाद से हासिल किया था. इसलिए एक कुर्सी उन्होंने भगवान राम को समर्पित की है, तो वहीं दूसरी कुर्सी से वह अपना कार्यों को देखती हैं.
भगवान राम को समर्पित ये कुर्सी
वहीं सीमा सिंह के बेटे ने कहा कि उनकी मां ने चीफ की कुर्सी को जीत के बाद भगवान राम के लिए समर्पित किया है. यह फैसला उन्होंने 2023 के नगर पंचायत के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी नवीन सिंह को हराने के बाद लिया था. सचिन ने बताया कि उन्हें याद है कि 20 जून 2023 को जब नगर पंचायत की बोर्ड मीटिंग थी उस दौरान उन्होंने इस कुर्सी को भगवान राम को समर्पित किया था.
बगल की कुर्सी पर बैठती हैं
उन्होंने कहा कि मां ने प्रमुख की कुर्सी पर भगवान राम की तस्वीर को रखा है. वहीं खुद वह एक बगल में रखी कुर्सी पर बैठती हैं. उन्होंने कहा की सीमा सिंह ने कई समारोह भी आयोजित किए हैं. 22 जनवरी को जब अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह था उस दिन भी उन्होंने गड़वारा नगर पंचायत में भगवान राम की दो मूर्तियां स्थापित की हैं.
तीन सालों से समर्पित
वहीं ऐसा ही शेषा देवी सदर ब्लॉक चीफ ने भी अपनी कुर्सी को भगवान राम को समर्पित किया है. बताया गया कि ऐसा वह अब नहीं पिछले तीन सालों से करती आ रही हैं. इस पर शेषा के प्रतिनिधित्व गोल्डी सिंह ने कहा कि 'शेषा देवी ने जब से चुनाव जीत है. तब से अब तक अपनी कुर्सी को भगवान राम को समर्पित किया है. उन्होंने कहा कि वह रोज भगवान राम की पूजा करती हैं उसके बाद ही अपने रोजाना ऑफिस के काम को पूरा करती हैं.