20 राउंड गोली और... कन्नौजिया ढेर, मऊ जेल में बंद है पत्नी; जानें कौन है जमशेदपुर में मारा गया मुख्तार गैंग का शूटर

झारखंड के जमशेदपुर में यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में कुख्यात शूटर अनुज कन्नौजिया मारा गया. उस पर 2.5 लाख रुपये का इनाम था और वह मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़ा हुआ था. एनकाउंटर के दौरान करीब 20 राउंड फायरिंग हुई. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए लंबा प्रयास किया था.;

Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 30 March 2025 8:01 AM IST

झारखंड के जमशेदपुर में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी एसटीएफ) और झारखंड पुलिस के संयुक्त अभियान में मुख्तार अंसारी गिरोह का कुख्यात शूटर अनुज कन्नौजिया मारा गया. पुलिस को उसकी लोकेशन की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने उसे घेरने की कोशिश की.खुद को बचाने के प्रयास में कन्नौजिया ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्रवाई की और मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई.

अनुज कन्नौजिया पर दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, और उसकी गिरफ्तारी पर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित था. वह लंबे समय से पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था और लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहता था. पुलिस के अनुसार, एनकाउंटर के दौरान करीब 20 राउंड गोलियां चलीं, और अंततः कन्नौजिया ढेर हो गया.

शार्प शूटर के रूप में करता था काम

यह मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है जब मुख्तार अंसारी की मृत्यु की पहली बरसी पूरी हुई है. कन्नौजिया, जो मुख्तार के लिए शार्प शूटर के रूप में काम करता था, पुलिस की रडार पर लंबे समय से था. उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने उसके घर पर बुलडोजर भी चलाया था और उसके परिवार के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी.

बढ़ी थी इनाम राशि

अनुज कन्नौजिया एक बेहद शातिर अपराधी था, जिसे पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बन गया था. इसी वजह से उसकी गिरफ्तारी पर घोषित इनाम की राशि हाल ही में बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये कर दी गई थी. दो दिन पहले तक यह इनाम मात्र 1 लाख रुपये था, लेकिन उसके बढ़ते अपराधों और फरारी को देखते हुए इनामी रकम में इजाफा किया गया.

मऊ का रहने वाला था अनुज

अनुज कन्नौजिया मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का रहने वाला था और अपराध की दुनिया में उसकी मजबूत पकड़ थी. मऊ और गाजीपुर समेत कई जिलों में उसके खिलाफ संगीन मामले दर्ज थे. पुलिस का कहना है कि वह करीब पांच सालों से फरार था और हर बार सुराग मिलने के बावजूद पुलिस को चकमा देकर भाग जाता था.

माफिया को झटका

इस एनकाउंटर को पुलिस की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है. यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस का यह संयुक्त अभियान एक स्पष्ट संदेश देता है कि अपराधियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा. इस कार्रवाई को मुख्तार अंसारी गिरोह के खिलाफ एक निर्णायक कदम माना जा रहा है, जिससे माफिया नेटवर्क को करारा झटका लगा है.

प्रेमिका से पत्नी बनी रीना 

अनुज कन्नौजिया के आपराधिक जीवन के साथ उसकी निजी जिंदगी भी चर्चा में रही. गोरखपुर जेल में बंद रहने के दौरान जब भी उसे आजमगढ़ या गाजीपुर में पेशी के लिए ले जाया जाता, तो वह जीयनपुर में अपनी प्रेमिका रीना से मुलाकात जरूर करता. गिरोह के बीच रीना की खूबसूरती को लेकर चर्चाएं आम थीं. शादी के बाद रीना सिर्फ उसकी जीवन संगिनी नहीं, बल्कि उसके अपराध जगत की साझेदार भी बन गई.

झारखंड हो गया था शिफ्ट

मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अनुज ने झारखंड को अपनी नई पनाहगाह बना लिया, लेकिन पुलिस की पकड़ से ज्यादा दिनों तक बच नहीं पाया. दिलचस्प बात यह थी कि अनुज के फरार होने के बाद रीना ने ही उसके अवैध धंधों को संभाल लिया था. 2023 में रंगदारी के एक मामले में झारखंड पुलिस ने रीना को रांची से गिरफ्तार कर लिया. आज वह मऊ जेल में बंद है, जहां उसके साथ उसके दो छोटे बच्चे भी हैं.

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