मेरठ का ये जोड़ा अब मुकदमों से चर्चा में! सगाई के 13 दिन बाद खुले दीपक के 'दिल' के राज, दीपक-पूनम की लव स्टोरी बनी सियासी स्क्रिप्ट!
मेरठ में सियासी गलियारों में हलचल मचाने वाले दीपक गिरी और कांग्रेस नेत्री पूनम पंडित की लव स्टोरी अब कानूनी जाल में फंस गई है. सगाई के 13 दिन बाद दीपक की पुरानी प्रेमिका ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया और उनकी निजी चैट वायरल कर दी. इस पूरे मामले ने प्रेम, राजनीति और विश्वासघात का तूफान खड़ा कर दिया है.;
राजनीति के अखाड़े में जब दिल की बाजी लगती है, तो दांव सिर्फ इश्क़ का नहीं, साख का भी होता है. मेरठ मंडल में ऐसा ही एक किस्सा इन दिनों सुर्खियों में है. समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता दीपक गिरी, उनकी नई मंगेतर कांग्रेस नेत्री पूनम पंडित, और उनकी पुरानी प्रेमिका के बीच का विवाद, जिसने प्रेम, राजनीति और आरोपों का विस्फोट एक साथ कर दिया है.
15 अक्टूबर को दीपक गिरी और पूनम पंडित की सगाई की तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर आईं, अगले ही दिन एक महिला उनके घर पहुंची और वहीं से शुरू हुआ वो ‘ड्रामा’, जिसने पूरे पश्चिमी यूपी की सियासत को हिला दिया. प्रेमिका ने दीपक पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप लगाया और अब मामला पुलिस थाने से लेकर सोशल मीडिया तक आग की तरह फैल चुका है.
सगाई के अगले दिन हंगामा, वायरल हुआ वीडियो
सगाई की खबरों के कुछ घंटे बाद ही दीपक गिरी के घर पर उनकी प्रेमिका पहुंच गई और जमकर बवाल हुआ. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. हंगामे के बाद महिला ने थाना भावनपुर में एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें दीपक गिरी, पूनम पंडित और तीन अन्य लोगों के खिलाफ दुष्कर्म, धोखाधड़ी और धमकी जैसी गंभीर धाराएं लगाई गईं.
वायरल चैट ने खोले दीपक के ‘दिल’ के राज
दीपक गिरी की प्रेमिका ने उनके साथ हुई निजी व्हॉट्सऐप चैट फेसबुक पर साझा की, जिसमें दीपक अपने इमोशनल लहजे में कहते हैं कि “मैं एक सूखा पेड़ था… तूने मुझे दोबारा लगाया, पानी दिया, खाद दी, मुझे जिंदा किया. तू मेरी बैसाखी बनी, मेरी जिंदगी का वो हीरा बनी, जिसने मेरी दुनिया को रोशन किया…”
चैट के अगले हिस्से में दीपक अपने रिश्ते की शर्तों की बात करते हुए लिखते हैं कि “तुमने दो शर्तें रखीं… पहली कि मैं वादा करूं कि कहीं और रिलेशनशिप नहीं होगी और दूसरी कि मैं शादी कर लूं. शादी तो मैं कर नहीं सकता… तुम्हें पता है. तुम कल डिवोर्स फाइल कर दो, तब तक हम लिव-इन में रहेंगे…” इन चैट्स ने न केवल दीपक की निजी जिंदगी उजागर कर दी बल्कि उनके राजनीतिक करियर पर भी काला साया डाल दिया.
प्रेम, धोखा और राजनीति - तीनों की भिड़ंत
प्रेमिका का आरोप है कि दीपक ने शादी का वादा कर शारीरिक शोषण किया और जब बात आगे बढ़ी तो वह पीछे हट गए. उनका कहना है कि दीपक ने उन्हें न सिर्फ भावनात्मक रूप से तोड़ा, बल्कि राजनीतिक प्रतिष्ठा बचाने के लिए रिश्ते से पलट गए. वहीं जब दीपक और पूनम की सगाई की तस्वीरें सामने आईं, तो प्रेमिका ने पूरा मामला उजागर कर दिया.
कौन हैं पूनम पंडित?
पूनम पंडित, उत्तर प्रदेश की जानी-मानी चेहरा, जो किसान आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आईं थीं. मूल रूप से बुलंदशहर की रहने वाली पूनम कांग्रेस से जुड़ी हैं और किसान हितों को लेकर कई आंदोलनों में सक्रिय रही हैं. सोशल मीडिया पर उनकी मजबूत फॉलोइंग है और वो खुद को ‘किसान बेटी’ कहती हैं. उनकी छवि एक बेबाक, संघर्षशील और धरातल की नेता के तौर पर रही है — लेकिन अब दीपक गिरी से सगाई के बाद यह विवाद उनके राजनीतिक करियर के लिए नई चुनौती बन गया है.
दीपक गिरी कौन हैं?
दीपक गिरी, समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और मेरठ के युवा राजनीतिक चेहरों में गिने जाते हैं. सोशल वर्क और सियासी नेटवर्किंग के जरिए उन्होंने अपनी पहचान बनाई. बताया जा रहा है कि पूनम से उनकी नजदीकियां किसान आंदोलन और सामाजिक कार्यक्रमों के दौरान बढ़ीं. अब सगाई के बाद उन पर लगे आरोपों ने उनकी छवि पर बड़ा असर डाला है. पुलिस ने उनके मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड और चैट्स की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है.
मेरठ से लखनऊ तक मचा सियासी बवाल
यह मामला अब सिर्फ एक निजी विवाद नहीं रहा. यह प्रेम, शक्ति और सियासत के तिकोन में बदल चुका है. सोशल मीडिया पर लोग दो गुटों में बंट गए हैं — एक तरफ वे लोग जो प्रेमिका के समर्थन में हैं और दूसरी तरफ वो जो इसे राजनीतिक साजिश मान रहे हैं. दीपक गिरी ने अब तक इस मामले पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन पूनम पंडित के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि “यह पूरी साजिश पूनम की छवि खराब करने के लिए रची गई है.”