महाकुंभ में खो गई तुम्हारी मां... प्रयागराज ले जाकर शख्स ने की पत्नी की हत्या, मामला खुला तो उड़ गए होश
आरोपी की पहचान दिल्ली के त्रिलोकपुरी के अशोक कुमार के रूप में हुई, उस पर हत्या और सबूतों से छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने कहा कि कुमार के अपनी पत्नी के साथ अच्छे संबंध नहीं थे क्योंकि वह उसके कथित एक्सट्रामैरिटल अफेयर के खिलाफ थी.;
इन दिनों प्रयागराज में महाकुंभ का बोलबाला है दुनिया हर व्यक्ति वहां पहुंचा हुआ और जो नहीं पहुंचा है वह हर हाल में इस पावन अवसर का जयजा लेकर गंगा स्नान करना चाहता है. लेकिन अब वहां से एक सनसनी खबर सामने आई. जहां दिल्ली के एक 48 वर्षीय व्यक्ति, जो अपनी पत्नी (40) को महाकुंभ के दौरान गंगा स्नान के लिए संगम शहर लाया था और 18 फरवरी को उसकी हत्या कर दी थी. उसे शुक्रवार रात बैराना इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी की पहचान दिल्ली के त्रिलोकपुरी के अशोक कुमार के रूप में हुई, उस पर हत्या और सबूतों से छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने कहा कि कुमार के अपनी पत्नी के साथ अच्छे संबंध नहीं थे क्योंकि वह उसके कथित एक्सट्रामैरिटल अफेयर के खिलाफ थी. डीसीपी (सिटी) अभिषेक भारती ने टीओआई को बताया कि कुमार ने एक साजिश रची और कुंभ मेले को अपनी पत्नी से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा मौका पाया.
उपलोड की सोशल मीडिया पर वीडियो
आरोपी, दिल्ली नगर निगम का एक सफाई कर्मचारी है. उसने जुर्म को छुपाने के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने कुंभ दौरे और स्नान के कई वीडियो भी अपलोड किए. इसके अलावा, आरोपी ने अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद उसी दिन गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के लिए संबंधित पुलिस स्टेशन का दौरा किया और फिर छिप गया. आरोपी ने अपने बेटे को गुराह करते हुए बताया कि उसकी मां महाकुंभ में बिछड़ गई है. जिसके बाद खुद बेटा अपनी मां को ढूंढ़ने निकल गया. भारती ने कहा कि आरोपी अपनी पत्नी के साथ मंगलवार को दिल्ली से प्रयागराज पहुंचा और आजाद नगर, केतवाना (नई झूंसी) में एक कमरा किराए पर लिया, लेकिन अपना आईडी प्रूफ जमा नहीं किया. अगली सुबह, महिला का शव बाथरूम के अंदर पाया गया और कुमार का कोई पता नहीं चला.
शख्स ने कबूला पत्नी की हत्या का जुर्म
घटना के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया और जांच शुरू कर दी गई. पुलिस ने सुराग पाने के लिए सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को स्कैन किया. भारती ने कहा, 'हमें 21 फरवरी (शुक्रवार) को सबूत मिले जब मृतक के भाई प्रवेश कुमार और दिल्ली के त्रिलोकपुरी के उनके बेटे अश्वनी और आदर्श ने झूंसी पुलिस से संपर्क किया और कपड़ों और तस्वीरों की मदद से उसकी पहचान की. उन्होंने उसकी पहचान मीनाक्षी के रूप में की.
परिवार से पता चली रिश्ते की सच्चाई
जब पुलिस ने परिवार के सदस्यों से पूछताछ की, तो उन्हें दंपति के बीच कड़वे रिश्ते के बारे में पता चला. झूंसी, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और प्रयागराज पुलिस की निगरानी सेल की एक संयुक्त टीम ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपी का पता लगाया और उसे गिरफ्तार करने में कामयाब रही. आरोपी ने कबूल किया कि उसका अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ था और उसने चाकू से उसका गला काट दिया. बाद में उसने खून से सने कपड़े और चाकू को मेला क्षेत्र में एक कूड़ेदान में फेंक दिया और भाग निकला. अधिकारी ने बताया कि आरोपी पिछले तीन महीने से अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रच रहा था.