विदेशी वेबसाइट्स पर पूर्व BJP लीडर के बेटे का सेक्स वीडियो! आपके फोन में भी हो तो डिलीट कर दें; वायरल करने वाला साढ़ू पहुंचा जेल
अश्लील वीडियो विवाद में फंसे नेत्री सीमा गुप्ता के बेटे शुभम गुप्ता का मामला अब अंतरराष्ट्रीय मोड़ ले चुका है. पुलिस को जानकारी मिली है कि कई वीडियो क्लिप्स विदेशी पोर्न वेबसाइट्स पर भी अपलोड हो चुके हैं. इस मामले में शुभम के साढू नीरज गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है.;
उत्तर प्रदेश में मैनपूरी अश्लील वीडियो कांड ने सियासी गलियारों से लेकर साइबर क्राइम तक खलबली मचा दी है. मामला भाजपा की कथित नेत्री सीमा गुप्ता के बेटे शुभम गुप्ता और उसकी प्रेमिका से जुड़ा हुआ है, जिनका आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस केस में अब एक नया मोड़ सामने आया है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह वीडियो केवल लोकल व्हाट्सएप ग्रुपों में ही नहीं बल्कि विदेशों में चलने वाली पॉर्न वेबसाइट्स पर भी अपलोड किया गया है.
वीडियो वायरल करने वाला निकला साढ़ू
पुलिस ने एक्शन में आते हुए जांच तेज कर दी है. शुभम गुप्ता के साढू नीरज गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जो इस वीडियो को जानबूझकर प्रसारित करता नजर आया था. नीरज का एक और वीडियो सामने आया है जिसमें वह लोगों को अपने मोबाइल में वह अश्लील क्लिप दिखा रहा है और आसपास के कुछ लोग इसे रिकॉर्ड कर रहे हैं. इसी आधार पर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की और अब उसे जेल भेज दिया गया है.
नीरज गुप्ता का मोबाइल फोन सीज कर लिया गया है, जिसे जांच के लिए आगरा की फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) भेजने की तैयारी हो चुकी है. इसके अलावा शुभम गुप्ता, शीतल गुप्ता और खुशबू के मोबाइल और लैपटॉप भी जांच के दायरे में आ गए हैं और इन्हें भी FSL भेजा जाएगा.
पुलिस ने क्यों कहा अपने फोन से हटा दे वीडियो?
इस पूरे मामले में पीड़िता महिला के भी बयान दर्ज किए जा चुके हैं, जिन्हें औपचारिक रूप से वादी बनाया गया है. शहर कोतवाली के इंस्पेक्टर फतेह बहादुर सिंह के मुताबिक, पुलिस लगातार उन वेबसाइट्स को ईमेल भेज रही है जिन पर यह वीडियो मौजूद है, ताकि इसे तत्काल हटाया जा सके.
पुलिस ने आम लोगों को भी चेताया है कि यदि किसी के पास यह वीडियो मौजूद है तो तुरंत डिलीट कर दें. यदि किसी ने इसे आगे फॉरवर्ड किया या पब्लिकली शेयर किया तो उसके खिलाफ आईटी एक्ट और अश्लीलता से जुड़ी धाराओं में सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह मामला अब सिर्फ एक निजी विवाद नहीं बल्कि साइबर क्राइम और सामाजिक मर्यादा का बड़ा मुद्दा बन चुका है.