तिरुपति के बाद लखनऊ के हजारों साल पुराने मंदिर के प्रसाद पर लगा बैन, अब क्या अर्पित करेंगे भक्त?
भक्तों की आस्था, विश्वास के साथ खिलवाड़. मंदिर में बनने वाले प्रसाद के साथ छेड़छाड़ यह शब्द आजकल काफी काम हो गए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकी हालही में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवर के तेल का इस्तेमाल होने पर काफी बवाल हुआ था. वहीं अब लखनऊ के हजारों साल पुराने मंदिर के प्रसाद पर भी बैन लगा दिया गया है.;
लखनऊ (उत्तर प्रदेश): भक्तों की आस्था, विश्वास के साथ खिलवाड़. मंदिर में बनने वाले प्रसाद के साथ छेड़छाड़ यह शब्द आजकल काफी काम हो गए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकी हालही में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवर के तेल का इस्तेमाल होने पर काफी बवाल हुआ था.अब तक यह गूंज केवल तिरुपति मंदिर को लेकर ही सुनाई दे रही थी.
लेकिन अब इसका असर उत्तर प्रदेश में भी दिखना शुरू हुआ है. मामला तिरुपति से जाते हुए लखनऊ में स्थित मनकामेश्वर मंदिर में जा पहुंचा है. आपको बता दें कि मनकामेश्वर मंदिर में मिलने वाले प्रसाद पर मंदिर प्रशासन ने बैन लगा दिया है. अचानक लगाए गए इस बैन ने मंदिर को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
बाजार से नहीं खरीद पाएंगे प्रसाद
लखनऊ स्थित मनकामेश्वर मंदिर के महंत ने इस संबंध में फैसला सुनाते हुए बाजार से खरीदे हुए प्रसाद पर बैन लगा दिया है. ऐसे में सवाल यह सामने आता है कि आखिर बाजार से प्रसाद खरीदने पर पाबंदी है तो फिर मंदिर में चढ़ाया क्या जाएगा? तो बता दें कि जारी हुए आदेशानुसार भक्त अपने घर से प्रसाद को तैयार करवा कर ला सकते हैं. या फिर प्रसाद में ड्राई फ्रूट्स या फिर फलों को भी चढ़ा सकते हैं. तिरुपति मंदिर के बाद से इस फैसले पर अमल किया गया है. इतना ही नहीं आपको बता दें कि मथुरा की दुकानों पर भी मिलने वाले प्रसाद की जांच- पड़ताल शुरू कर दी गई है.
मंदिर प्रशासन ने जारी किया नोटिस
बीते दिन रविवार को मंदिर प्रशासन ने रविवार को एक नोटिस जारी किया है. जारी हुए इस नोटिस के अनुसार आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर की घटना के कारण मंदिर में भोग के लिए बाजार से लाए गए प्रसाद को प्रतिबंधित किया जा रहा है. हालांकि भक्त अपनी इच्छानुसार अपने घर से प्रासद तैयार करके मंदिर में ला सकते हैं. या फिर सिर्फ सूखे मेवे चढ़ा सकते हैं.
सब मंदिरों में होगा ऐसा नियम लागू?
वहीं आपको बता दें कि सिर्फ इस मंदिर में ही नहीं बल्कि अन्य और भी मंदिरों में ऐसी व्यवस्था लागू होने की उम्मीद जताई जा रही है. इस संबंध में अन्य दुकानों पर भी प्रसाद की जांच शुरू की जा रही है. पिछले 48 घंटों में अलग-अलग जगहों पर से प्रसाद के रूप में बिक रहे पदार्थों के कुल 13 नमूने एकत्र कर प्रयोगशाला भेजे गए हैं.