क्या 'वर्क प्रेशर' बन रहा मौत की वजह! ऑफिस में काम के दौरान महिला की गिरने से मौत
लखनऊ में HDFC बैंक की एक महिला अधिकारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. बताया गया है कि वह ऑफिस में काम कर रही थीं, जब अचानक कुर्सी से गिर गईं. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.;
Lucknow HDFC female employee passes away: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में HDFC बैंक की एक महिला अधिकारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. बताया गया है कि वह ऑफिस में काम कर रही थीं, जब अचानक कुर्सी से गिर गईं. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. ऑफिस के कर्मचारी बोले काम का तनाव ज्यादा था जिसके बाद से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा और तेजी से सियासी बवाल गरमाता हुआ नजर आ रहा है, तो आइए इस खबर को विस्तार से जानते हैं.
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस घटना में भी राजनीति का मौका ढूंढ लिया और इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया. जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया (X) पर ट्वीट कर लिखा ' लखनऊ में काम के दबाव और तनाव के कारण एचडीएफ़सी की एक महिलाकर्मी की ऑफिस में ही, कुर्सी से गिरकर, मृत्यु का समाचार बेहद चिंतनीय है. ऐसे समाचार देश में वर्तमान अर्थव्यवस्था के दबाव के प्रतीक हैं. इस संदर्भ में सभी कंपनियों और सरकारी विभागों तक को गंभीरता से सोचना होगा. ये देश के मानव संसाधन की अपूरणीय हानि है. ऐसे आकस्मिक निधन काम के हालातों को सवालों के घेरे में ले आते हैं। किसी भी देश की असली तरक़्क़ी का पैमाना सेवा या उत्पाद के आँकड़े का बढ़ना नहीं होता बल्कि ये होता है कि व्यक्ति मानसिक रूप से कितना स्वतंत्र, स्वस्थ व प्रसन्न है.
अखिलेश यादव आगे लिखते हैं 'भाजपा सरकार की नाकाम आर्थिक नीतियों के कारण कंपनियों का काम-कारोबार इतना घट गया है कि अपने व्यापार-व्यवसाय को बचाने के लिए वो कम लोगों से कई गुना काम करवाती हैं. ऐसी आकस्मिक मृत्यु के लिए जितनी भाजपा सरकार ज़िम्मेदार है उतने ही जनमानस को मानसिक रूप से हतोत्साहित करनेवाले भाजपाइयों के बयान भी. इस समस्या से उबरने के लिए कंपनियों और सरकारी विभागों को ‘तत्काल सुधार’ के लिए सक्रिय और सार्थक प्रयास करने चाहिए.
जानकारी के अनुसार, वजीरगंज की निवासी सदफ फातिमा (45) पुत्री स्वर्गीय इसरत अली नकवी गोमतीनगर की विभूतिखंड शाखा में एडिशनल डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत थीं. मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे, जब वह ऑफिस में काम कर रही थीं, तभी अचानक अचेत होकर गिर गईं.