UP में काला जादू का अनोखा खेल, स्कूल की तरक्की के लिए दूसरी क्लास के बच्चे की चढ़ाई गई 'बलि'
हाथरश जिले में 9 साल के बच्चे की तंत्र-मंत्र और काले-जादू के चक्कर में हत्या कर दी गई. स्कूल प्रबंधक के पिता का मानना था कि तंत्र-मंत्र और किसी बच्चे की बलि देने से उसके स्कूल की तरक्की होगी. इसलिए उसने कक्षा-2 में पढ़ने वाले छात्र की हत्या कर दी गई. पुलिस ने प्रबंधक और उसके पिता सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.;
Hathras News: 21वीं सदी में भी में कुछ ऐसी जगहें आज भी मौजूद हैं, जहां तंत्र साधना, काला-जादू की गतिविधि देखने को मिलती है. कई बार सिद्दी प्राप्त करने के लिए लोग अपनों की ही बलि चढ़ा देते हैं. उत्तर प्रदेश के हाथरश में ऐसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है.
हाथरश जिले में 9 साल के बच्चे की तंत्र-मंत्र और काले-जादू के चक्कर में हत्या कर दी गई. स्कूल प्रबंधक के पिता का मानना था कि तंत्र-मंत्र और किसी बच्चे की बलि देने से उसके स्कूल की तरक्की होगी. इसलिए उसने कक्षा-2 में पढ़ने वाले छात्र की हत्या कर दी गई.
मासूम की चढ़ाई बलि
जानकारी के अनुसार स्कूल प्रबंधक के पिता ने बच्चे की हत्या करके उसके शव को ठिकाने लगाने जा रहा था. मामला सामने आने के बाद इलाके में हाहाकार मच गया. मृतक छात्र के परिजनों ने पुलिस में शिकायत की औक पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया. पुलिस ने प्रबंधक और उसके पिता सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
ऐसे की बलि देने की प्लानिंग
बच्चे की हत्या के मामले में गिरफ्तारी के बाद स्कूल प्रबंधक ने पुलिस को बलि देने की साजिश के बारे में बताया. प्रबंधक ने कहा कि, स्कूल के विकास के लिए बच्चे की बलि देने का हमने प्लान बनाया था. प्लानिंग के अनुसार रविवार रात स्कूल के हॉल में छात्र कृतार्थ सो रहा था, तभी उसकी बलि चढ़ा दी गई. हत्या के बाद उसे शव को ठिकाने लगाने जा रही रहे थे, अचानक परिजन आ गए और पुलिस में शिकायत कर दी.
परिवार को किया गया गुमराह
हॉस्टल संचालक दिनेश बघेल ने कृतार्थ के परिवार को फोन किया और बच्चे की तबियत खराब होने की जानकारी दी. परिवार जब स्कूल पहुंचा तो उन्हें बताया गया कि कृतार्थ (मृतक) को इलाज के लिए अस्पताल लेकर गए हैं. उसके बाद इन लोगों ने दिनेश की कार सहित पकड़ लिया. कार में पिछली सीट पर कृतार्थ का शव पड़ा था. मृतक बच्चे के पिता ने सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद छात्र कृतार्थ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि छात्र की गला दबाकर हत्या की गई थी. इस मामले पर पुलिस ने बताया कि प्रबंधक का पिता जशोधन भगत था और वह तंत्र-मंत्र करता था. इसी अंधविश्वास और बलि के चक्कर में मासूम छात्र की हत्या कर दी गई. बताया गया कि इन लोगों ने पहले भी ऐसी घटना को अंजाम देने का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हो पाए.