किराए के फ्लैट में गांजे की खेती; स्कूली छात्रों को करता था सप्लाई, अब तक कमा चुका 12 लाख
ग्रेटर नोएडा की एक सोसाइटी में एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया गया कि अपने घर में ही अवैध रूप से गांजे की खेती करते हुए आरोपी राहुल चौधरी पकड़ा गया. वहीं रेड के दौरान लाखों रुपये का गांजा उसके घर से बरामद हुआ है. पुलिस हिरासत में आरोपी ने कहा कि इससे पहले उसका रेस्टोरेंट का काम था. लेकिन कोरोना के समय में बंद होने के कारण उसने यह सब शुरू किया.;
ग्रेटर नोएडा में एक व्यक्ति ने अपने घर के अंदर हाई-टेक सेटअप किया और गांजे की खेती करना शुरू किया. पुलिस को इसकी जानकारी मिली और शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं आरोपी की पहचान भी सामने आ चुकी है. बताया गया कि पिछले कई महीनों से कई गमलों में प्रीमियम क्वालिटी वाले गांजे को उगाता था.
बताया गया कि इस गांजे को उगाने के बाद वह उसे डार्क वेब पर अवैध तरह से बेच रहा था. वहीं सूचना मिलने पर स्थानिय पुलिस और नारकोटिक्स डिपार्टमेंट ने मिलकर छापेमारी की.
घर में पड़ी रेड
आरोपी राहुल चौधरी के घर जैसे ही विभाग रेड के लिए पहुंची. उन्हें कमरे गांजे की नर्सरी में तब्दिल हुए मिले. बताया गया कि कमरे में 50 से भी अधिक पौधे थे. इन्हें सूरज की किरणों जैसा वातावरण देने के लिए नकली और स्पेशेलाइज्ड लाइटों का इंतजाम किया गया. ताकी ऐसा वातावरण बनाया जा सके. इस मामले में ग्रेटर नोएडा की डिप्टी पुलिस कमिश्नर साद मिया खान ने कहा कि नार्कोटिक्स विभाग और पुलिस की टीम ने पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसाइटी के एक फ्लैट के अंदर अवैध रूप से गांजे की खेती के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी. इस जानकारी के बाद फ्लैट पर रेड मारी गई.
डार्क वेब पर बेचता था
पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी चौधरी डार्क वेब के माध्यम से ही ड्रग्स की सप्लाई किया करता था. यह सप्लाई ऑन डिमांड की जाती है. वहीं छापेमारी के दौरान बरामद हुए गांजे की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है. वहीं आरोपी मेरठ का रहने वाला बताया जा रहा है. हालांकि इस छापेमारी के बाद विभाग ने चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही अब इस मामले में पुलिस उसके साथ में काम करने वाले सहयोगियों की पहचान निकलावे के लिए जुट गई है. आगे की जांच फिलहाल जारी है.
काम हुआ बंद तो अपना लिया यह रास्ता
आरोपी चौधरी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने पूछताछ की. जानकारी मिली की वह ऑनलाइन ऐप के माध्यम से पैसों का लेन-देन ग्राहक से किया करता था. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने गांजा उगाने के लिए कई पौधे तैयार किए थे. वहीं यह काम वो पहले से नहीं करता था. इससे पहले जगत फार्म बाजार में आरोपी की रेस्टोरेंट था. कोरोना के समय में रेस्टोरेंट बंद हुआ तो उसने ये काम शुरू कर दिया.
किराए के मकान में रहकर करता था ये काम
आरोपी ने पार्श्वनाथ पनोरमा सोसाइटी में 20 हजार रुपये में 4BHK फ्लैट किराए पर ले रखा था. जानकारी के अनुसार पिछले चार महीनों से वह गांजे की खेती करता था. अब तक 20 पोधौं को डार्क वेब के जरिए बेच चुका है. इससे 12 लाख रुपये की कमाई हुई. वहीं ग्राहकों में सबसे ज्यादा स्कूल जाने वाले बच्चे और ऑफिस में काम करने वाले लोदग शामिल थे.