'भगवान ने पहले पुरुषों को बनाया होगा, क्योंकि...', ऐसा कहकर डिंपल यादव ने छेड़ दी एक नई बहस; VIDEO

समाजवादी पार्टी की महिला सभा द्वारा राजधानी लखनऊ में महिला सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और मैनपुरी सांसद डिंपल यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और समाज में उनकी भूमिका को मजबूत करना था.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 24 March 2025 12:40 AM IST

समाजवादी पार्टी की महिला सभा द्वारा राजधानी लखनऊ में महिला सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और मैनपुरी सांसद डिंपल यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और समाज में उनकी भूमिका को मजबूत करना था. हालांकि, इस दौरान डिंपल यादव के एक बयान ने विशेष चर्चा बटोरी, जिसमें उन्होंने पुरुषों और महिलाओं की उत्पत्ति पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी की.

डिंपल यादव का बयान और नई बहस

डिंपल यादव ने अपने संबोधन के दौरान कहा, 'भगवान ने पहले पुरुषों को बनाया होगा क्योंकि पहली बार गलती हो जाती है. यह टिप्पणी मजाकिया लहजे में कही गई थी, लेकिन इसने समाज में लैंगिक असमानता पर एक गंभीर बहस को जन्म दे दिया. उन्होंने कहा कि समाज में आज भी जेंडर का अंतर मौजूद है और पुरुषों के सपनों की तुलना में महिलाओं के सपनों की कीमत कम आंकी जाती है. इसलिए महिलाओं को अपनी आवाज़ बुलंद करनी होगी और खुद को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करने होंगे.

अखिलेश यादव का समर्थन

समारोह में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी महिलाओं के अधिकारों और उनकी प्रगति पर बात की. उन्होंने डिंपल यादव के बयान को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इस विषय पर बहस हो सकती है कि पहले पुरुष आए या महिलाएं, लेकिन यह स्पष्ट है कि इतिहास में महिलाओं को लंबे समय तक उनके अधिकारों से वंचित रखा गया. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि "एक समय ऐसा भी था जब महिलाओं को वोट देने और शिक्षा का अधिकार नहीं था. लेकिन आजादी के बाद से समाज में धीरे-धीरे बदलाव आया है.'

उन्होंने सावित्रीबाई फुले जैसी महान महिलाओं को याद करते हुए कहा कि नारी सशक्तिकरण के बिना समाज का विकास संभव नहीं है. अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि 'मैं देख रहा हूं कि आधी आबादी (महिलाएं) आज तेजी से आगे बढ़ रही हैं और यह बदलाव सकारात्मक है.समाजवादी पार्टी लंबे समय से महिला सशक्तिकरण के समर्थन में रही है. अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ाने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए काम करती रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा और रोजगार के अवसरों पर विशेष ध्यान देना चाहिए.

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