पहले फोन पर दी गाली और जान से मारने की धमकी, फिर पिस्टल लेकर घर पहुंचे BJP नेता- देखें VIDEO
वीडियो में दिखाई दे रहा व्यक्ति कोई मामूली गुंडा नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी का ज़िला उपाध्यक्ष विपिन सिंह है. यह नेता, खुलेआम फोन पर गालियां देता है, धमकी देता है, घर आ रहा हूँ, गोली मार दूँगा! और फिर वाकई में पिस्टल लेकर जितेंद्र यादव के घर पहुँच जाता है. वीडियो में वह हथियार लहराते हुए दिखता है और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देता है.;
उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर सवालों के कटघरे में है. वजह वही पुरानी सत्ता की शह पर बेलगाम होती गुंडागर्दी, गाजीपुर ज़िले से जो वीडियो सामने आया है, वो न सिर्फ भयावह है, बल्कि योगी आदित्यनाथ सरकार की कानून-व्यवस्था के तमाम दावों पर करारा तमाचा है.
वीडियो में दिखाई दे रहा व्यक्ति कोई मामूली गुंडा नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी का ज़िला उपाध्यक्ष विपिन सिंह है. यह नेता, खुलेआम फोन पर गालियां देता है, धमकी देता है, घर आ रहा हूँ, गोली मार दूँगा! और फिर वाकई में पिस्टल लेकर जितेंद्र यादव के घर पहुँच जाता है. वीडियो में वह हथियार लहराते हुए दिखता है और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देता है. ये कोई फिल्मी सीन नहीं है, यह यूपी के उस गाजीपुर ज़िले की सच्चाई है, जहां सत्ता के साथ आने का मतलब अब शायद 'कानून से ऊपर हो जाना' बन गया है.
वीडियो में दर्ज हैं सबूत, लेकिन कार्रवाई का नामोनिशान नहीं
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें साफ दिख रहा है कि कैसे विपिन सिंह अपने साथियों के साथ एक आम नागरिक के घर में घुसते हैं, पिस्टल निकालते हैं, और पूरे परिवार को धमकाते हैं. जितेंद्र यादव के परिवार का कहना है कि उन्होंने पुलिस में शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. उल्टा परिवार को धमकाया जा रहा है कि शिकायत वापस ले लो, वरना अंजाम भुगतना पड़ेगा.
सत्ता का संरक्षण या जंगलराज की पुनरावृत्ति?
यह घटना एक बड़ा सवाल उठाती है .क्या उत्तर प्रदेश में अब आम नागरिक की सुरक्षा केवल नेता की मर्ज़ी पर निर्भर है? क्या भाजपा के नेता अब कानून से ऊपर हो चुके हैं? क्या पुलिस का काम अब केवल सत्ता के इशारे पर काम करना है, आम जनता की रक्षा नहीं?
गाजीपुर की यह घटना ‘जंगलराज’ की परिभाषा को फिर से ज़िंदा करती है, जिसमें गुंडे और नेता एक ही चादर में लिपटे दिखते हैं. एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘कठोर कानून-व्यवस्था’ की बातें करते हैं, वहीं ज़मीनी हकीकत में उनके ही पार्टी के नेता पिस्टल लहराते घूम रहे हैं.