संभल में 4 मस्जिदों और 1 मदरसे में 1.3 करोड़ रुपये की बिजली चोरी! सर्वे और हिंसा के बीच खुलासा
Sambhal: मस्जिद और मदरसा उस प्राचीन मंदिर के पास हैं, जिसे अधिकारियों ने लगभग 50 सालों के बाद फिर से खोला है. जिला प्रशासन को कथित तौर पर बिजली चोरी के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान मंदिर का पता चला.;
Sambhal: उत्तर प्रदेश के संभल में 4 मस्जिदों और 1 मदरसे में बिजली चोरी की खबर सामने आई है. ये खुलासा जांच के एक दिन बाद हुआ है. संभल के साल इलाके में चार मस्जिदों और एक मदरसे द्वारा 1.3 करोड़ रुपये की चोरी का पता चला है. मस्जिद और मदरसा प्राचीन मंदिर के पास हैं, जिसे अधिकारियों ने लगभग 50 वर्षों के बाद फिर से खोला है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला प्रशासन को कथित तौर पर बिजली चोरी के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान मंदिर का पता चला. शनिवार सुबह 5 बजे संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने दावा किया कि उन्होंने लाउडस्पीकर की जांच करते समय क्षेत्र में बिजली चोरी होते हुए देखी. बिजली चोरी की घटनाओं की जांच के लिए पुलिस, जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम की संभल के दीपा सराय और नई सराय इलाकों में दो छापे भी मारे गए.
संभल में की जाती है 300 करोड़ रुपये की बिजली सप्लाई
रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया, 'हर साल संभल नगर पालिका क्षेत्र में करीब 300 करोड़ रुपये की बिजली सप्लाई की जाती है. लाइन लॉस 72% है. सबसे ज्यादा नुकसान दीपा सराय और मिया सराय जैसे इलाकों में (करीब 85%) हो रहा है.'
रिपोर्ट में बताया गया कि सितंबर से अब तक इलाके में बिजली चोरी से जुड़ी 1,250 एफआईआर दर्ज की गई हैं. पुलिस के मुताबिक, एक मस्जिद की ऊपरी मंजिल पर कथित तौर पर एक अवैध बिजली घर भी पाया गया. कथित तौर पर बिजली घर से इलाके के 100 से ज्यादा घरों को बिजली सप्लाई की जा रही थी.
मस्जिद में था बिजली मीटर बंद
एक अन्य मस्जिद में कथित तौर पर बिजली मीटर बंद कर दिया गया है, जिसमें 59 पंखे, एक फ्रिज और 30 लाइट पॉइंट हैं. मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा, 'बिजली चोरी रोकने के हमारे अभियान में, हमने पाया कि लोग पांच से छह तरीके अपनाते हैं. इनमें से कुछ तरीके हमारे लिए नए हैं. हमें नहीं पता था कि इस तरह से बिजली चोरी हो सकती है.'
मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि लोग जानबूझकर अपने मीटर चोरी करवा रहे हैं और बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं. वे बिजली चोरी करने के लिए फेज-चेंज विधि का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. हमें मीटर तक पहुंचने वाले तारों के दो हिस्सों में बंटे होने के मामले भी मिले.
राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि अभियान के दौरान जमीन पर कटे हुए करीब 4,000 तार भी मिले. चोरी रोकने के लिए बिजली विभाग और यूपी सरकार ने 20 किलोमीटर लंबी आर्म्ड वायर बिछाने का आदेश दिया है.