यूपी के लोगों को बढ़ती गर्मी में लगा जोर का झटका, अब इतना बढ़ जाएगा बिजली का बिल
उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए योगी सरकार बड़ा झटका लेकर आई है. राज्य में बिजली की दरें बढ़ा दी गई हैं. एक तरफ गर्मी बढ़ रही है और दूसरी तरफ अब बिजली का बिल भी ज्यादा आएगा, तय है कि गर्मियों के दिन यूपी वालों पर भारी पड़ने जा रहे हैं.;
बढ़ती गर्मी के बीच उत्तर प्रदेश को लोगों को बिजली का जोरदार झटका लगा है. जी हां, राज्य में बिजली महंगी हो चुकी है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आम जनता को बिजली के मोर्चे पर बड़ा झटका दिया है. यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने बिजली दरों में बढ़ोतरी करते हुए अप्रैल से हर उपभोक्ता के बिल में 1.24% का अतिरिक्त फ्यूल सरचार्ज लगाने का फैसला लिया है.
अब अगर मार्च में किसी का बिल 1000 रुपये था, तो अप्रैल में 12.40 रुपये ज्यादा देना होगा. इस फैसले का विरोध उपभोक्ता संगठन कर रहे हैं, जिन्होंने UPPCL पर उपभोक्ताओं का बकाया पैसा वापस किए बिना नया सरचार्ज लागू करने का आरोप लगाया है.
क्या है फ्यूल सरचार्ज?
यह सरचार्ज बिजली कंपनियों द्वारा ईंधन और पावर खरीद की लागत में हुई बढ़ोतरी की भरपाई के लिए लगाया जाता है. यानी जब बिजली बनाने में खर्च बढ़ता है, तो उसकी भरपाई अब सीधे उपभोक्ता से ली जाएगी.
कैसे पड़ेगा असर?
अगर किसी उपभोक्ता का मार्च में बिजली बिल 1000 रुपये आया है, तो अप्रैल में उसी खपत पर उसे 12.40 रुपये ज्यादा देने होंगे. यह दर हर उपभोक्ता पर समान रूप से लागू होगी.
किस नियम के तहत लिया गया फैसला?
यह निर्णय मल्टी ईयर टैरिफ रेग्युलेशन 2025 के अंतर्गत लिया गया है, जिसके तहत बिजली कंपनियों को हर महीने फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज लगाने की अनुमति मिली है.
बिजली उपभोक्ता परिषद ने इस फैसले का कड़ा विरोध जताया है. परिषद के प्रमुख अवधेश वर्मा ने कहा कि UPPCL के पास पहले से 33,122 करोड़ रुपये का सरप्लस है, लेकिन फिर भी उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ डाला जा रहा है. उनका कहना है कि जब तक पुराने बकायों की वापसी नहीं होती, तब तक नया सरचार्ज लागू करना गलत है.
इस निर्णय से 3 करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ता प्रभावित होंगे. उपभोक्ता परिषद ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार और UPPCL पीछे नहीं हटे, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.