जयकारों से गूंज रही अयोध्या नगरी... पीएम मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर फहराया धर्मध्वज | Video
विवाह पंचमी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वज फहराया. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गई और केवल आमंत्रित मेहमानों को ही मंदिर परिसर में प्रवेश दिया गया. कार्यक्रम में सद्भाव का संदेश देते हुए इकबाल अंसारी सहित विशिष्ट लोगों को भी न्योता दिया गया. अयोध्या को भव्य सजावट से दुल्हन की तरह संवारा गया है.;
अयोध्या आज इतिहास के एक और सुनहरे अध्याय की साक्षी बनी है. विवाह पंचमी के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहरा दी है. यह सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था और वर्षों से प्रतीक्षित उस सपने का उत्सव है, जो राम मंदिर के निर्माण के साथ पूरा हुआ है. इस दौरान वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया गया.
अयोध्या में ध्वजारोहण के ऐतिहासिक क्षण ने श्रद्धालुओं के हृदय को आनंद से भर दिया. पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर शैली में निर्मित श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्वज फहरते ही पूरा परिसर जय-जयकार से गूंज उठा. श्रद्धालुओं ने इसे सदियों की प्रतीक्षा का गौरवपूर्ण क्षण बताया, जिसने राम नगरी को एक नई आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया है. दस फुट ऊंचा और बीस फुट लंबा यह समकोण त्रिभुजाकार ध्वज, तेजस्वी सूर्य के प्रतीक के साथ भगवान श्री राम की वीरता और प्रखरता का संदेश देता है. इस पर अंकित ‘ऊँ’ और कोविदार वृक्ष की आकृति धर्म, संस्कृति और सतत परंपरा का प्रतीक मानी जाती है. यह पावन केसरिया पताका मर्यादा, एकता और रामराज्य के आदर्शों को साकार रूप में प्रस्तुत कर रही है.
अयोध्या में इस आयोजन को अद्भुत भव्यता दी गई है. सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की अलौकिक झलक और वैदिक मंत्रोच्चारण से गूंजती रामनगरी. यह दिन आने वाली पीढ़ियों की यादों में हमेशा जीवित रहेगा. यह राम नगरी श्रद्धा, संस्कृति और सौहार्द का संदेश लिए हुए देशभर की निगाहों का केंद्र बन गया है.
पीएम मोदी ने रामलला गर्भगृह में की पूजा
अयोध्या में ध्वजारोहण कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने रामलला के गर्भगृह में विशेष पूजा-अर्चना की. इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा और भक्तों में विशेष उत्साह देखा गया. दोनों ने श्रद्धापूर्वक दर्शन कर राष्ट्र के कल्याण की कामना की. पूजा के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहे. राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के बाद यह विशेष अवसर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. ये ऐतिहासिक ध्वजारोहण कार्यक्रम करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है.
आध्यात्मिक माहौल के बीच पीएम का रोड शो
महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर द्वारा पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी अब साकेत महाविद्यालय से एक किलोमीटर लंबे रोड शो की शुरुआत की. इसके बाद वो सप्त मंदरी पहुंचे जहां उन्होंने आशीर्वाद प्राप्त किया.
राम मंदिर शिखर पर ध्वजारोहण
यह ध्वज राम मंदिर निर्माण की परिपूर्णता और भारत की प्राचीन विरासत के पुनर्जागरण का आध्यात्मिक संदेश समेटे हुए है. यह समारोह विश्वभर में भारतीय संस्कृति की पहचान को और सशक्त करेगा.
सुरक्षा चाक-चौबंद, प्रवेश QR आधारित
मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी रखी गई है. केवल क्यूआर कोड से आमंत्रित विशेष मेहमानों को ही प्रवेश मिलेगा. आम श्रद्धालुओं के लिए आज दर्शन बंद रखे गए हैं, ताकि प्रधानमंत्री कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो सके.
इकबाल अंसारी भी आमंत्रित
राम जन्मभूमि मामले में बाबरी पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा गया है. यह फैसला अयोध्या में सौहार्द और समावेशिता के नए युग का प्रतीक माना जा रहा है, जिसमें राम की नगरी सबको साथ लेकर आगे बढ़ने का संकल्प दर्शा रही है.
अलौकिक साज-सज्जा और वैदिक अनुष्ठान
रामनगरी को दीपों, पुष्पों और कलात्मक सजावट से जगमगाया गया है. 20 नवंबर से 108 आचार्यों द्वारा जारी वैदिक अनुष्ठानों से वातावरण पवित्र और मनोहर हो उठा है. जनकपुर धाम से अयोध्या तक विवाह पंचमी का उत्सव धार्मिक भक्ति और उत्साह के बीच मनाया जा रहा है.
आज नहीं होंगे रामलला के दर्शन
आज आम भक्तों को रामलला के दर्शन की अनुमति नहीं है, जिससे कुछ निराशा भी दिखी. लेकिन श्रद्धालु मानते हैं कि यह प्रतिबंध देशव्यापी कार्यक्रम की गरिमा और सुरक्षा को देखते हुए आवश्यक है. सभी को उम्मीद है कि इस ऐतिहासिक पल के बाद मंदिर दर्शन के लिए फिर व्यापक व्यवस्था खुल जाएगी.