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फिर से सजेगा अयोध्या का राम मंदिर! अब दूसरी बार होगी प्राण प्रतिष्ठा, किस रूप में स्थापित होने जा रहे रामलला?

अब इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार, अगले महीने एक और प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा. जहां पहली प्राण प्रतिष्ठा राम लला के रूप में की गई वहीं अब दूसरी प्राण प्रतिष्ठा में भगवान राम को राजा के रूप में स्थापित किया जाएगा.

फिर से सजेगा अयोध्या का राम मंदिर! अब दूसरी बार होगी प्राण प्रतिष्ठा, किस रूप में स्थापित होने जा रहे रामलला?
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 8 April 2025 9:14 AM IST

अयोध्या में राम मंदिर भगवान राम को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू मंदिर है, जो भारत के उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान पर स्थित है. दशकों के कानूनी और सामाजिक विवादों के बाद मंदिर का निर्माण एक ऐतिहासिक प्रयास रहा है. 5 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी आधारशिला रखी और 22 जनवरी, 2024 को राम लला (भगवान राम का शिशु रूप) की प्राण प्रतिष्ठा की गई. तब से, मंदिर एक प्रमुख तीर्थ स्थल बन गया है, जहां लाखों श्रद्धालु आते हैं.

अब इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार, अगले महीने एक और प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा. जहां पहली प्राण प्रतिष्ठा राम लला के रूप में की गई वहीं अब दूसरी प्राण प्रतिष्ठा में भगवान राम को राजा के रूप में स्थापित किया जाएगा और इसके बाद इस महीने के अंत में मंदिर की पहली मंज़िल पर राम दरबार या शाही दरबार की स्थापना की जाएगी. समारोह की तैयारियां चल रही हैं और दूसरी प्राण प्रतिष्ठा से अवगत लोगों ने बताया कि यह पिछले साल 22 जनवरी को आयोजित भव्य समारोह की तुलना में छोटा होगा.

8,000 से अधिक लोगों ने लिया था भाग

पिछले साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसकी अध्यक्षता में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. इस भव्य आयोजन में फ़िल्मी सितारें, राजनेताओं समेत भारत के बड़े-बड़े उद्योगपति शामिल हुए थे. राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 8,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया था. यह आयोजन मंदिर निर्माण का एक तरह से समापन भी होगा, जो 2020 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें निर्माण की देखरेख के लिए एक समिति गठित करने का आदेश दिया गया था.

इस महीने के अंत में पूरा होगा काम

मंदिर निर्माण समिति का नेतृत्व इस में प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा कर रहे हैं. मिश्रा ने हाल ही में कहा था कि मंदिर परिसर का निर्माण कार्य इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा, जबकि पार्कोटा या परिसर की दीवार का बाकी का काम इस साल के अंत से पहले पूरा हो जाएगा. मिश्रा ने अपने एक बयान में कहा, 'मंदिर में अभी करीब 20,000 क्यूबिक फीट पत्थर लगाया जाना बाकी है. मंदिर का निर्माण 15 अप्रैल तक पूरा हो जाएगा. मंदिर में मौजूद सभी मूर्तियां जो प्राचीर के बाहर या अंदर हैं, 30 अप्रैल तक यहां आ जाएंगी और लगभग सभी 25 मार्च से 15 अप्रैल के बीच स्थापित कर दी जाएंगी.

प्रशांत पांडे के नेतृत्व में बन रही है मूर्ति

राम लला की 51 इंच ऊंची मूर्ति - भगवान राम की अपनी जन्मस्थली पर एक शिशु के रूप में - कर्नाटक के कलाकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई थी, जबकि राम दरबार को जयपुर में सफेद मकराना संगमरमर से मूर्तिकार प्रशांत पांडे के नेतृत्व में 20 कारीगरों की एक टीम द्वारा बनाया जा रहा है. हाल ही में हुए विकास में 6 अप्रैल, 2025 को राम नवमी पर आयोजित 'सूर्य तिलक' समारोह शामिल है, जिसमें दोपहर के समय राम लला की मूर्ति के माथे पर सूर्य की रोशनी डाली गई, जो एक दिव्य आशीर्वाद का प्रतीक है. राम मंदिर लाखों लोगों के लिए आस्था और विरासत का प्रतीक है. यह अयोध्या को वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र के रूप में आकार दे रहा है.

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