टीबी का बैक्टीरिया पिलाकर डिप्टी CMO और उसके परिवार को मारने की साजिश, ऑडियो क्लिप से हुआ खुलासा

इस साजिश का एक ऑडियो क्लिप भी सामने आया तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद डिप्टी सीएमओ ने पुलिस से मामले की लिखित शिकायत करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। वहीं, डिप्‍टी सीएमओ और उनके परिवार को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।;

Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 8 Oct 2024 6:31 PM IST

यूपी के बागपत में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, इसे सुनने के बाद आप भी हैरान हो जाओगे कि आखिर किसी की जान लेने के लिए इंसान इस हद तक गिर सकता है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बागपत जिले के डिप्टी सीएमओ डॉ. यशवीर सिंह ने आरोप लगाया कि उन्हीं के विभाग में काम करने वाले दो संविदाकर्मी व लैब टेक्नीशियन ने मिलकर उनके परिवार को टीबी वाले मरीज का बलगम खाने में देकर जान से मारने की साजिश की है।

इस साजिश का एक ऑडियो क्लिप भी सामने आया तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद डिप्टी सीएमओ ने पुलिस से मामले की लिखित शिकायत करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। वहीं, डिप्‍टी सीएमओ और उनके परिवार को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।

आपको बता दें, डॉ. यशवीर सिंह डिप्टी सीएमओ के साथ जिला क्षय रोग अधिकारी भी हैं। उनकी टीम में ही टीबी और एचआईवी जांच के लिए दोनों आरोपी मुशीर अहमद और जब्बार खान भी काम करते हैं। उनके पास एक ऑडियो आया जिसमें दोनों कर्मी टीबी के बलगम के घातक बैक्टीरिया डिप्टी सीएमओ और उनके परिवार को पिलाने की बात कर रहे हैं।

टीबी का बैक्टीरिया होता है खतरनाक

इस मामले पर डॉ. यशवीर सिंह ने कहा कि यह नमूना अगर किसी भी व्यक्ति के भोजन के साथ मिलाया जाए तो खतरनाक हो सकता है। क्योंकि इसमें बहुत खतरनाक टीबी बैक्टीरिया होते हैं जो एक स्वस्थ आदमी को प्रभावित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को नौकरी से बर्खास्त करने की प्रक्रिया चल रही है।

डिप्टी सीएमओ ने कहा कि मैं अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ अस्पताल के पास आधिकारिक बंगले में रहता हूं। पिछले एक महीने में मेरा वजन 5 किलो कम हो गया है। मैं पहले जांच कराने जाऊंगा कि आरोपी ने पहले मेरे खाने में ये मिलाया तो नहीं है।डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि कभी-कभी जब उनकी घरेलू नौकरानी नहीं रहती थी तो आरोपी को मेरे और परिवार के लिए खाना लाने के लिए कहा जाता था।

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