AMU से गोल्ड मेडलिस्ट, UP की बिटिया सबा हैदर ने अमेरिकी चुनाव में बिखेरा जलवा, जानें कौन?
भारत के उत्तर प्रदेश की रहने वाली सबा हैदर ने हाल ही में हुए अमेरिकी चुनाव में जीत का परचम लहराया है. जिसके बाद से उनकी चर्चा पूरी दुनिया हो रही है. सबा हैदर ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से चुनाव लड़ते हुए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार पैटी गुरस्टिन को 8,500 वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की.;
कहानी है यूपी की लड़की सबा हैदर की जिसने अमेरिकी चुनाव में जीत का परचम लहराया है. उत्तर प्रदेश की सबा हैदर की तारीफ करना तो लाजमी है. अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सबा हैदर ने अपनी पहचान भारत में हीं नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बना ली है. सबा हैदर ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से चुनाव लड़ते हुए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार पैटी गुरस्टिन को 8,500 वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की. इस सफलता के साथ, उन्होंने कुल 39,365 वोट प्राप्त किए, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी को 30,844 वोट मिले.
सबा की इस जीत ने उनके परिवार और पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण प्रदान किया है. उन्होंने इससे पहले भी चुनाव में हिस्सा लिया था, लेकिन तब उन्हें जीत हासिल नहीं हो सकी थी. इस बार, अपनी दृढ़ता और मेहनत से उन्होंने न केवल अपनी व्यक्तिगत जीत हासिल की, बल्कि भारतीय समुदाय के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया.
सबा हैदर ने AMU से हासिल किया गोल्ड
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में रहने वाले सबा के पिता ने अली हैदर ने अपनी खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि 'आज मैं अपनी बेटी पर गर्व महसूस कर रहा हूं. मेरी बेटी इंटेलिजेंट है. सबके आशीर्वाद और अपनी मेहनत से वह आज यह मुकाम हासिल कर पाई है. आगे कहा कि मेरी बेटी ने शहर से ही बीएससी में टॉप किया और एएमयू से एमएससी में गोल्ड मेडल हासिल किया. उसके बाद मैंने अपनी बेटी की शादी कर दी और वह अपने पति के साथ अमेरिका चली गई. मेरा दामाद कंप्यूटर साइंस इंजीनियर है. राजनीति हमारे खून में है. उसको अमेरिका में मौका मिला तो उसने कर दिखाया. उसके दोस्तों ने उसे प्रेरित किया और उसने चुनाव जीत लिया.
सबा हैदर की मां चांदनी भी अमेरिकी चुनावों में अपनी बेटी की जीत की खुशी में लीन है. बेटी की जीत पर उन्होंने कहा कि 'मुझे अपनी बेटी पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है. चुनाव के दौरान मैं अपनी बेटी को बराबर सपोर्ट करती रही. बराबर हिम्मत बढ़ाती रही. मैं अपने पूरे परिवार की हमेशा हिम्मत बढ़ाती हूं. मैं हमेशा अपने बच्चों को डरने नहीं देती, ताकि जीवन में वे बड़े मुकाम हासिल करें.
चुनावी प्रचार में सबा के पैर हुए सुन्न
सबा हैदर की मां ने बताया कि मेरी बेटी अमेरिका में बहुत अकेला महसूस कर रही थी. उसने कई बार मुझे फोन करके बुलाया. लेकिन मैं आंख के ऑपरेशन की वजह से नहीं जा पाई. हालांकि पिछले अमेरिकी चुनावों में मैं वहीं थी. उसने मुझे फोन पर बताया कि चुनाव में उसने इतनी मेहनत की कि उसके पैर सुन्न पड़ गए.