ब्रिटिश काल में बंद हुआ हथियार, अब उत्तर प्रदेश से खरीदेगा अमेरिका, ऐसा करने वाला भारत का पहला राज्य

यूपी अमेरिका को हथिारों की सप्लाई करने वाला पहला देश बन गया है. प्रदेश में वेब्ले-455 का निर्माण होगा. इसके लिए भारत ने वेब्ले बनाने वाली कंपनी स्याल मैन्युफैक्चर प्राइवेट लिमिटेड के साथ डील की है. अमेरिका ने इस रिवॉल्वर के लिए 10,000 पीक का ऑर्डर दिया है.;

Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 22 Oct 2024 1:10 PM IST

Uttar Pradesh: भारत आज हर क्षेत्र में विकास कर रहा है. पश्चिमी देश भारत के साथ व्यापार को लगातार मजबूती दे रहे हैं. अब अमेरिका उत्तर प्रदेश से हथियार खरीदने वाला है.

यूपी अमेरिका को हथिारों की सप्लाई करने वाला पहला देश बन गया है. प्रदेश में वेब्ले-455 का निर्माण होगा. इसके लिए भारत ने वेब्ले बनाने वाली कंपनी स्याल मैन्युफैक्चर प्राइवेट लिमिटेड के साथ डील की है.

100 साल बाद होगा निर्माण

देश में 100 वर्षों के बाद वेब्ले-455 का निर्माण होने वाला है. पहले इसका निर्माण ब्रिटेन में किया जाता था. यह हथियार एंटीक रिवॉल्वर की श्रेणी में आता है. बता दें कि बीते दिनों अमेरिका ने इस रिवॉल्वर के लिए 10,000 पीक का ऑर्डर दिया था. इसकी ब्राजील और यूरोपीय देशों में भी काफी डिमांड है.

क्या है रिवॉल्वर की खासियत

भारत में वेब्ले-455 रिवॉल्वर का निर्माण शुरू हो गया है. इसके लिए 1924 तक इसके 1.25 लाख से अधिक पीस बनाए गए. इसका उपयोग 1963 तक हुआ. रिवॉल्वर की लंबाई 11.25 इंच है.वहीं बैरल की लंबाई 6 इंच होती है. यह एक मिनट में 20 से 30 राउंड फायर करने की क्षमता रखती है. इफेक्टिव रेंज 46 मीटर बताई जाती है. बता दें रिवॉल्वर का इस्तेमाल प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में हुआ था. वहीं भारत-चीन युद्ध में भी इसका इस्तेमाल हो चुका है.

क्या है इतिहास?

जानकारी के अनुसार वेब्ले-455 रिवॉल्वर का इतिहास ब्रिटिश शासन से जुड़ा हुआ है. साल 1887 में इसका निर्माण शुरू हुआ था. पहली बार इसे ग्लोबल कंपनी वेब्ले ने मार्केट में पेश किया था. रिवॉल्वर का निर्माण 1924 तक रहा और फिर इसे बंद कर दिया गया. अब फिर से भारत में वेब्ले ने इसके निर्माण के लिए समझौता किया है. कंपनी के निदेशक मनिंदर स्याल ने कहा कि वेब्ले ने यूपी को अपना ऑफिस बना लिया है.

यूपी में आधुनिक हथियार का निर्माण

उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ जिला कारोबार के अलावा हार्डवेयर के कई आइटम के निर्माण के लिए भी जाना जाता है. यहां पर खिलौने वाले पिस्टल, रिवॉल्वर तैयार किए जाते हैं. इसके अलावा अलीगढ़ में आधुनिक हथियार रिवॉल्वर, पिस्टल और कारतूस बनाए जाते हैं. जिले में 85 करोड़ की लागत से यूनिट हथियारों का सर्विस सेंटर भी स्थापित किया गया है.

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