आखिर क्यों यूपी के इस जिले में जेल में बंद 'आशिकों' से नहीं मिल पाएंगी उनकी 'महबूबा'?
उत्तर प्रदेश के इस जेल में कैदियों से उनकी गर्लफ्रेंड मिलने के मामले को लेकर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है और इसी के साथ कहा जा रहा है कि जेल में बंद उनकी मुलाकात मां, बहन, पत्नी और अन्य रिश्तेदारों से आधार कार्ड के साथ पहचान पत्र भी होना चाहिए.;
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से एक कैदियों को लेकर खबर सामने आई है. जिसमें सजा काट रहे बंदियों की गर्लफ्रेंड यानी महिला दोस्त से मुलाकात पर रोक लगा दी है. खबर के मुताबिक कहा जा रहा है कि कैदियों की मोबाइल और आपत्तिजनक सामान मिलने के बाद जेल प्रशासन ने ये फैसला लिया है. इसी के साथ कहा जा रहा है कि जेल में बंद उनकी मां, बहन, पत्नी और अन्य रिश्तेदारों से आधार कार्ड के साथ पहचान पत्र भी होना चाहिए.
नाबालिग लड़कियां और युवतियां जेल में बंद कैदियों से मिलने जा रही हैं, जिनके खिलाफ थाने में तहरीर दर्ज की गई है. कुछ मामले में तो ऐसे सामने आए हैं जिसमें युवतियों की इच्छाओं के बावजूद उनके परिवारवालों ने तहरीर देकर केस दर्ज कराया है. ऐसे मामलों में युवतियां अक्सर आरोपियों के पक्ष में बयान दे रही हैं और जेल में उनसे मिलने भी जा रही हैं. कुछ युवतियां प्रेमी के कहने पर आपत्तिजनक सामान लेकर भी पहुंच जाती हैं, जिसके चलते जेल प्रशासन ने उनकी मुलाकात पर रोक लगाने की नई व्यवस्था लागू की है.
क्यों लगा प्यार पर पहरा?
हाल ही में गोरखपुर जिले की एक घटना सामने आई थी जिसमें एक युवक ने एक युवती को भाग ले गया था जिसके बाद उसके परिजन पुलिस को जानकारी दी और फिर युवक को पकड़कर जले में भेज दिया इतना ही नहीं युवती युवक के साथ रहने के लिए जिद करती. जेल में बंद होने की वजह से युवक से बात नहीं हो रही थी जिस कारण अपने प्रेमी से मिलने के लिए जेल पहुंची तो उसके पास से मोबाइल बरामद हुआ जिसके बाद वह रोने लगी और पुलिस को कहा कि अपने प्रेमी से बात करने के लिए मोबाइन देने जा रही थी लेकिन पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया.
खबर के मुताबिक पास्को एक्ट मामले में जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करने के मामले उनपर केस दर्ज कराने वाली युवतियों भी पहुंच रही हैं इसके साथ उनके पास आपत्तिजनक चीजें मिल रही हैं. जिसको लेकर जिला प्रसाशन ने मुलाकात पर रोक लगा दी है.