राजस्थान में 'Paper Leak' करने वालों की खैर नहीं! CM भजनलाल शर्मा के इस फैसले से लगेगी लगाम
राजस्थान सरकार एग्जाम सेंटर पर किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने का फैसला किया है. पेपर लीक मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस विभाग और अन्य अधिकारियों को गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का निर्देश दिया है.;
Bhajanlal Sharma: देश भर में बीते कुछ समय से एग्जाम के क्वेश्चन पेपर लीक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. पेपर लीक एक स्कैम बन गया है. जो कि युवाओं के भविष्य के लिए यह बहुत बड़ा खतरा है. पैसों के लालच में कुछ लोग छात्रों के भविष्य से खेल रहे हैं, लेकिन राजस्थान में इस तरह की गड़बड़ी करने वालों की अब खैर नहीं है.
जानकारी के अनुसार, राजस्थान सरकार एग्जाम सेंटर पर किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने का फैसला किया है. पेपर लीक मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस विभाग और अन्य अधिकारियों को गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का निर्देश दिया है.
पेपर लीक पर एक्शन में सरकार
राजस्थान में पेपर लीक पर रोक लगाने के लिए सीएम भजनलाल ने पुलिस विभाग के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि वे संदिग्ध गतिविधियों में शामिल कैंडिडेट परीक्षाओं में बैठने से वंचित लोगों पर नजर रखें. उन्होंने एग्जाम सेंटर के आसपास के क्षेत्रों में निरीक्षण करने और केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने का निर्देश दिया. बता दें कि राजस्थान में 2 फरवरी को RPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली राजस्थान एवं अधीनस्थ सेवा संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा व फरवरी में RSSB की ओर से कराई जाने वाली विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी पर बात की.
एग्जाम सेंटर पर हों कड़े इंतजाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय पुलिस स्टेशनों को सावधानी से काम करना चाहिए. सुरक्षा के बीच परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए. आरपीएससी सचिव रामनिवास मेहता ने कहा कि डमी उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठने से रोकने के लिए आवेदन पत्र और अटेंडेंस रजिस्टर पर अंगूठे के निशान लेने की एक नई शुरुआत की गई है.
सीएम ने कहा कि परीक्षाओं के लिए क्वेश्चन पेपर के सुरक्षित जगह पर रखना चाहिए. हाल ही में प्रदेश में पेपर लीक के बहुत से मामले सामने आए थे. साल 2021 के एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हो गया था. इसके बाद प्रदेश में काफी बवाल देखने को मिला. उन्होंने जिला कलेक्टरों और एसपी को शिकायतों को संवेदनशील के साथ सुनने और उसका तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए हैं.