57 घंटे की मेहनत बेकार, बोरवेल में गिरे आर्यन को नहीं बचा पाई एनडीआरएफ की टीम
राजस्थान के दौसा में पांच साल का बच्चा खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गया. इसके बाद रेस्क्यू टीम ने 57 घंटे तक बचाव अभियान चलाया, लेकिन इतनी कोशिशों के बाद भी आर्यन की जान नहीं बच पाई.;
राजस्थान के दौसा में पांच साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया था, जिसे बचाने के लिए 57 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया. हालांकि, इसका कोई फायदा नहीं हुआ. बता दें कि आर्यन सोमवार के दिन करीब 3 बजे कालीखाड़ गांव के एक खेत में खेल रहा था. जहां खेलते-खेलते वह 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया. इस घटना के एक घंटे बाद बचाव अभियान शुरू हुआ.
बता दें कि बच्चे को बचाने के लिए सुरंग खोदी गई, जिसके लिए जेसीबी, ड्रिलिंग मशीन और पाइलिंग रिग का इस्तेमाल किया गया. वहीं, बच्चे को एक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाया गया. इस दौरान सीसीटीव कैमरे के जरिए उसकी कंडीशन पर नजर रखी गई.
टीम को आई ये समस्याएं
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) के कर्मियों ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इस सुरंग में पानी का लेवल लगभग 160 फीट होने का अनुमान है. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अंडरग्राउंड भाप होने के कारण लड़के की हरकतों को कैमरे में कैद करने में कठिनाई आई. साथ ही, रेस्क्यू स्टाफ की सुरक्षा की चिंता भी ऑपरेशन की चुनौतियों में शामिल थी.
आर्यन की हुई मौत
बच्चे को बोरवेल से बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया. आर्यन को एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. हालांकि, उसे मृत घोषित कर दिया गया.
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है, जब इस तरह की मामले सामने आए हैं. इससे पहले सिंतबर के महीने में दौसा के बांदीकुई इलाके में 35 फीट गहरे बोरवेल में दो साल की बच्ची गिर गई थी. बच्ची 28 फीट की गहराई पर फंसी हुई थी. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने 18 घंटे का बचाव अभियान चलाया, जिसके बाद बच्ची को सही सलामत बचा लिया गया.