पंजाब में पशुपालकों को मिली सौगात! मान सरकार ने खरीदी 2 लाख रुपये की सेक्स्ड सीमन खुराकें
Punjab Government: पंजाब के मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि सरकार ने 5.3 करोड़ रुपये की लागत से करीब 2 लाख सेक्स्ड सीमन खुराकें खरीदने वाली है. इससे दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने वाले पशुओं की नस्ल में सुधार होगा. बीते दो वर्षों में मान सरकार ने गायों और भैंसों के लिए 1.75 लाख सेक्स्ड सीमन दवाओं की कमी को दूर किया है.;
Punjab Government: पंजाब सरकार प्रदेश की जनता के लिए बहुत से लाभकारी फैसले ले रही है. किसानों के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान अलग-अलग तरह की सुविधाओं से जुड़ी योजना चला रहे हैं. पशुपालकों के लिए भी अहम फैसले लिए गए हैं. अब मान सरकार ने जनता को एक और सौगात दी है, जिससे लाखों लोगों को फायदा होने वाला है.
पंजाब के पशुपालक, डेयरी विकास और मत्स्य पालन मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने इस संबंध में जानकारी दी. खुड्डियां ने बताया कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने वाले पशुओं की नस्ल में सुधार करने के लिए मान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल सरकार ने 5.3 करोड़ रुपये की लागत से करीब 2 लाख सेक्स्ड सीमन खुराकें खरीदने वाली है.
पशुपालकों के लिए एलान
पशुपालन करने वाले किसानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए यह कदम उठाया गया है. इसके लिए एक सेमिनार भी आयोजित किया गया है. उन्होंने कहा, इस महीने 50 हजार सेक्स्ड सीमन खुराकें खरीदी जाएंगी. जून 2025 तक 1.50 लाख और दवाएं खरीदने की तैयारी है. बीते दो वर्षों में मान सरकार ने गायों और भैंसों के लिए 1.75 लाख सेक्स्ड सीमन दवाओं की कमी को दूर किया है. अब तक 1.58 लाख खुराकों का इस्तेमाल किया जा चुका है.
क्या बोले मंत्री?
पंजाब सरकार के मंत्री ने कहा कि प्राइवेट प्रैक्टिशनर सेक्स्ड सीमन को ऊंची कीमतों पर बेचते हैं. सरकारी संस्थानों में यह सिर्फ 250 रुपये एक डोज की कीमत है. इससे 90 फीसदी से ज्यादा बछड़ियां और कट्टियां के जन्म होने की उम्मीद है. जिससे बछड़ों और कट्टों को पालने में होने वाले खर्च से राहत मिलेगी. साथ ही उच्च आनुवंशिक क्षमता वाले सीमन से प्रदेश से राज्य में जर्म-प्लाज्म को पहले से बेहतर करने में भी मदद मिलेगी.
अवारा पशुओं के लिए बनाया प्लान
पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव राहुल भंडारी ने अवारा पशुओं के लिए व्यवस्था के बारे में बताया. भंडारी ने बताया कि इस सीमन के इस्तेमाल से गायों, भैंस की बछड़ियां और कट्टियां पैदा हो रही हैं. लंबे समय तक इसके उपयोग से आवारा पशुओं की समस्या के समाधान में मदद मिलेगी. बता दें कि श्री मुक्तसर साहिब के सीरवाली गांव के जगसीर सिंह के घर में कुल आठ मादा बछड़ियां पैदा हुई हैं.