जेलों में बंद कैदी भी बढ़ा पाएंगे अपनी स्किल, मान सरकार ने शुरू किया ये मिशन
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कैदियों के लिए अनोखी पहल की शुरुआत की है. इसके तहत राज्य सरकार की ओर से 7 जेलों में कैदियों को स्पेशल कोर्स करवाएं जाएंगे, ताकि वह फिर से अपराध की दुनिया में न जाएं. पहली स्टेज में 1000 कैदियों को ये कोर्स करवाए जाएंगे, जिसमें डाटा एंट्री ऑपरेटर, शेफ, हेयर स्टाइलिस्ट और फील्ड टेक्नीशियल आदि शामिल हैं.;
Punjab News: पंजाब सरकार प्रदेश की जनता के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाती है. जिनका उद्देश्य प्रदेश के लोगों को हर सुविधाएं प्रदान करना है. अब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कैदियों के लिए अनोखी पहल की शुरुआत की है. इसके तहत राज्य सरकार की ओर से 7 जेलों में कैदियों को स्पेशल कोर्स करवाएं जाएंगे, ताकि वह फिर से अपराध की दुनिया में न जाएं.
जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार स्किल डेवलपमेंट मिशन को यह काम सौंपा है. पहली स्टेज में 1000 कैदियों को ये कोर्स करवाए जाएंगे, जिसमें डाटा एंट्री ऑपरेटर, शेफ, हेयर स्टाइलिस्ट और फील्ड टेक्नीशियल आदि शामिल हैं.
कैदियों के लिए मिशन की शुरुआत
मान सरकार ने कैदियों के लिए स्किल डेवलपमेंट मिशन की शुरुआत की है. मिशन के लिए एजेंसी की तलाश भी शुरू कर दी है और इसी महीने से सभी जिलों में ये कोर्स शुरू कर देंगे. जानकारी के अनुसार ये सभी कोर्स 3 महीने के होंगे और 15 मार्च, 2025 तक पूरे हो जाएंगे. इससे पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 500 कैदियों को मिशन की ओर से ट्रेनिंग दी गई थी. विभाग को अच्छा रिस्पांस मिला है. इसलिए पहले बेच में अब 1000 कैदियों को इस प्रोग्रााम में शामिल किया है.
महिला कैदियों के क्या है प्लान?
सीएम मान महिला कैदियों की स्किल बढ़ाने के लिए स्पेशल कोर्स करवाने पर विचार कर रही है.
सबसे पहले 300 कैदियों को कोर्स कराया जाएगा. फरीदकोट जिले के 160 कैदियों को कोर्स में शामिल किया जाएगा. लुधियाना जिले के 250 कैदियों का चुनाव किया गया है. वहीं मोगा के 90, बठिंडा के 65 और 30 कैदियों को चुना गया है. जो भी कैदी कोर्स को पूरा कर लेंगे. उन्हें जेल के अंदर जरूरत के अनुसार काम सौंपा जाएगा. उनकी रिहाई के बाद नौकरी दिलाने में भी मदद की जाएगी.
जेलों में बनेंगे क्लासरूम
सरकार जिस भी एजेंसी को कोर्स करवाने की जिम्मेदारी सौंपेगी, वह सभी जेलों में क्लासरूम तैयार करेगी. साथ ही एजेंसी की जिम्मेदारी होगी कि वो ऐसी सुविधाएं प्रदान करें जिससे ट्रेनिंग के दौरान कैदियों को कोई परेशानी न हो. इस पूरे ट्रेनिंग की मॉनिटरिंग की जाएगी और कैदियों को करवाए जाने वाले कोर्स की असेस्मेंट की जाएगी. इसके अलावा जेल अथॉरिटी की ओर से डेट वाइज सभी ट्रेनरों की अटेंडेंस को वेरिफाई करके सही तरह से पूरा किया जाएगा.