अमृतसर में हिंदू युवक का बेंगलुरु में जबरन हुआ खतना और धर्म परिवर्तन, पिता और सौतेली मां शामिल
कृष्णा खोसला ने बताया कि उसके पिता का नाम राजीव खोसला है, जिन्हें स्थानीय लोग साईं रिज्क शाह के नाम से जानते हैं. वह खुद को 'पीर बाबा' कहते हैं और एक धार्मिक गद्दी पर बैठे हैं. कृष्णा ने कहा कि उसके पिता के कई मुस्लिम परिवारों से नजदीकी संबंध हैं.;
यह खबर पंजाब के अमृतसर से आई एक बेहद चौंकाने वाली घटना से जुड़ी है, जिसमें एक हिंदू युवक ने दावा किया है कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन कर उसका खतना (circumcision) कर दिया गया. युवक ने अपने ही पिता और सौतेली मां पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की है. यह मामला अब जांच के दायरे में है. नीचे पूरी खबर को आसान और विस्तार से भाषा में दोबारा लिखा गया है.
अमृतसर के मिलाप एवेन्यू, घन्नूपुर इलाके में रहने वाले कृष्णा खोसला नाम के युवक ने एक बेहद गंभीर मामला पुलिस के सामने रखा है. कृष्णा का कहना है कि वह हिंदू परिवार में पैदा हुआ था, लेकिन कुछ लोगों ने बिना उसकी इजाजत के उसका धर्म परिवर्तन करवा दिया और उसका जबरदस्ती खतना कर दिया. युवक का आरोप है कि इस घटना में उसका पिता और सौतेली मां भी शामिल हैं.
युवक का आरोप
कृष्णा खोसला ने बताया कि उसके पिता का नाम राजीव खोसला है, जिन्हें स्थानीय लोग साईं रिज्क शाह के नाम से जानते हैं. वह खुद को 'पीर बाबा' कहते हैं और एक धार्मिक गद्दी पर बैठे हैं. कृष्णा ने कहा कि उसके पिता के कई मुस्लिम परिवारों से नजदीकी संबंध हैं. कुछ समय पहले उन्होंने दूसरी शादी की थी, यानी कृष्णा की सौतेली मां घर में आ गईं. कृष्णा ने बताया कि इसी साल जनवरी में, सौतेली मां के कहने पर उसके पिता ने उसे बैंगलोर (अब बेंगलुरु) स्थित भटकल भेज दिया. कहा गया कि वहां उसे पढ़ाई करने का मौका मिलेगा, लेकिन असल में उसे एक मुस्लिम परिवार के साथ काम करने के लिए भेजा गया था.
प्रताड़ना और जबरन धर्म परिवर्तन
कृष्णा के अनुसार, भटकल पहुंचने के बाद उसके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया गया. उसे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान किया गया. उसने कई बार फोन पर अपने पिता को इसके बारे में बताया, लेकिन उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया. युवक ने आरोप लगाया कि उसके पिता उन लोगों से पैसे लेते थे, जिन्होंने उसे प्रताड़ित किया. कृष्णा खोसला ने आगे कहा कि वहां उसके साथ जबरन धर्मांतरण कराया गया. उसे इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर किया गया और उसका खतना कर दिया गया. उसने बताया कि अब उसके पास इस घटना का मेडिकल प्रमाणपत्र भी है, जिसमें उसका नया मुस्लिम नाम 'हैदर अली' दर्ज है.
घर वापस आने की कहानी
कृष्णा का कहना है कि उसने किसी तरह अपने दादा, यशपाल खोसला, से संपर्क किया और अपनी पूरी कहानी बताई. उसके दादा ने तुरंत इंग्लैंड में रह रही उसकी मां को इसकी जानकारी दी. मां और दादा की मदद से वह किसी तरह उस घर से निकल सका और अमृतसर वापस आ गया. आखिरकार वह अपने दादा के घर पहुंच गया, लेकिन इसके बाद उसके पिता ने पुलिस में झूठी शिकायत की कि कृष्णा को दादा ने अगवा कर लिया है. कृष्णा ने बताया कि वह अपनी मर्जी से अपने दादा के साथ रह रहा है और उसने अब पुलिस कमिश्नर, थाना छेहरटा और चाइल्ड केयर विभाग में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई है. उसका स्पष्ट कहना है कि वह चाहता है कि आरोपी लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए.
पिता का बयान
उधर, आरोपी पिता राजीव खोसला उर्फ साईं रिज्क शाह ने इन आरोपों से खुद को अलग बताया है. उन्होंने कहा कि उनका बेटा गलत संगत में पड़ गया था, इसलिए उन्होंने उसे सुधारने और पढ़ाई के लिए भटकल भेजा था. राजीव का कहना है कि अगर वहां उसके बेटे के साथ कुछ गलत हुआ है तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी, और वे अब खुद उसके साथ न्याय चाहते हैं. पुलिस ने शिकायत मिलने के तुरंत बाद युवक का मेडिकल परीक्षण करवाया है. मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी. जांच अधिकारी का कहना है कि यह मामला बेहद संवेदनशील और गंभीर है, इसलिए हर तथ्य की बारीकी से जांच की जा रही है.