छक्का लगाया… और मौत ने ले लिया विकेट! फिरोजपुर में खिलाड़ी की हार्ट अटैक से मौत का Video Viral
पंजाब के फिरोजपुर में क्रिकेट खेलते वक्त एक युवक की छक्का जड़ने के तुरंत बाद हार्ट अटैक से मौत हो गई. हरजीत सिंह नामक खिलाड़ी मैदान पर ही गिर पड़ा और साथी खिलाड़ियों की कोशिशों के बावजूद नहीं बच सका. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस हादसे ने खिलाड़ियों की स्वास्थ्य जांच और सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.;
पंजाब के फिरोजपुर में रविवार को क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक आम सुबह थी, लेकिन डीएवी स्कूल के मैदान में खेला जा रहा एक स्थानीय क्रिकेट मैच कुछ ही पलों में मौत का मंजर बन गया. हरजीत सिंह नामक बल्लेबाज़ ने जैसे ही गेंदबाज़ की गेंद पर गगनचुंबी छक्का जड़ा, मैदान तालियों से गूंज उठा. लेकिन अगली ही पल वह खिलाड़ी पिच पर बैठ गया, और फिर देखते ही देखते ज़मीन पर गिर पड़ा. साथी खिलाड़ियों ने CPR देने की कोशिश की, पर वह बचाया नहीं जा सका.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हरजीत जबरदस्त लय में बल्लेबाज़ी कर रहा था और फिट दिख रहा था. छक्का मारने के तुरंत बाद वह कुछ कदम आगे बढ़ा, फिर पिच पर ही बैठ गया. लोगों को लगा वह थकान महसूस कर रहा है, लेकिन अचानक उसने सीने में तेज दर्द की शिकायत की और बेहोश होकर गिर पड़ा. यह पूरी घटना इतनी तेजी से हुई कि किसी को समझने का मौका नहीं मिला.
वायरल हुआ मौत का वीडियो
इस दर्दनाक घटना का वीडियो किसी दर्शक ने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक लमहे में खुशी का माहौल मातम में बदल गया. मैदान पर अफरा-तफरी मच गई और खिलाड़ियों के चेहरे पर गहरा शोक छा गया. लोग चीखने लगे और मदद के लिए दौड़े, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी
फिटनेस के बावजूद अचानक मौत से सदमा
हरजीत सिंह की मौत ने पूरे इलाके के क्रिकेट समुदाय को झकझोर दिया है. आयोजकों और साथी खिलाड़ियों ने बताया कि हरजीत पूरी तरह फिट था और खेल से पहले या दौरान उसे किसी भी प्रकार की तबीयत की शिकायत नहीं थी. इस अचानक हुए हादसे ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारे स्थानीय खेल आयोजनों में स्वास्थ्य सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम हैं?
क्या खिलाड़ियों की हेल्थ स्क्रीनिंग अब ज़रूरी है?
हरजीत की मौत एक चेतावनी है कि बदलती जीवनशैली और बढ़ते दिल के रोग अब युवाओं को भी निशाना बना रहे हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि सभी खेल आयोजनों में खिलाड़ियों की प्राथमिक जांच, एम्बुलेंस और CPR प्रशिक्षित टीम अनिवार्य होनी चाहिए. स्थानीय आयोजनों में मेडिकल सुविधाओं की कमी अब जानलेवा साबित हो रही है. यह घटना सिर्फ एक मौत नहीं, बल्कि एक सवाल है. क्या हम खेल को सुरक्षित बना पा रहे हैं?