रिश्वत लेते पकड़े गए DIG हरचरण सिंह भुल्लर सस्पेंड, डीजीपी की रिपोर्ट के बाद पंजाब सरकार ने लिया एक्शन; सफाई में क्या बोले?
Chandigarh News: पंजाब सरकार ने DIG हरचरण सिंह भुल्लर CBI की गिरफ्तारी के बाद सस्पेंड कर दिया. शुक्रवार को उन्होंने एक बयान जारी कर सभी आरोपों से इंकार किया और कहा कि उन्हें फंसाया जा रहा है. उनकी 14 दिन की न्यायिक हिरासत की है.;
Harcharan Singh Bhullar: पंजाब सरकार ने 8 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोपी डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) हरचरण सिंह भुल्लर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. गुरुवार को CBI ने भुल्लर को गिरफ्तार किया फिर मान सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया. वहीं शुक्रवार को उन्होंने एक बयान जारी कर सभी आरोपों को गलत बताया. उनका कहना था कि यह उनके खिलाफ साजिश रची गई है, उन्हें फंसाया जा रहा है.
CBI को छापेमारी के दौरान DIG भुल्लर के घर से 7.50 करोड़ रुपये कैश और 2.5 किलो सोने की ज्वेलरी मिली थी. 5 करोड़ रुपये कैश के साथ कई लग्जरी कारें भी बरामद की गई. अब इस मामले की जांच की जा रही है.
भुल्लर पर क्या है आरोप?
हरचरण सिंह भुल्लर पर आरोप है कि उन्होंने मंडी गोबिंदगढ़ के एक कबाड़ी व्यापारी आकाश बट्टा से 8 लाख रुपये की रिश्वत और हर महीने अवैध भुगतान की मांग की थी. यह भुगतान उनके बिचौलिए कृष्णा के जरिए होता. इस संबंध में साल 2023 में दर्ज एक एफआईआर हुई थी, जिसमें केस को सेटल करने के बदले में यह रिश्वत मांगी गई थी.
व्यापारी आकाश बट्टा ने सीबीआई में लिखित शिकायत दी थी कि डीआईजी भुल्लर ने उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी अगर वह 8 लाख रुपये की रिश्वत नहीं देगा और हर महीने पैसे नहीं चुकाएगा. उनके फार्महाउस से 108 बोतल शराब, कुछ गोलियों के कारतूस भी बरामद हुए हैं, जिससे शराब-अमान्य गतिविधि और हथियार रखने का मामला भी सामने आया है. शिकायत की जांच के बाद सीबीआई ने पूरा प्लान बनाया, जिससे सच सामने आ जाए.
रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार
सीबीआई ने चंडीगढ़ के सेक्टर-21 में कृष्णा को आकाश बट्टा से 8 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया, तो तुरंत एक कंट्रोल कॉल की गई, जिसमें भुल्लर ने भुगतान की पुष्टि की और दोनों को अपने ऑफिस बुलाया. इसके बाद सीबीआई की टीम ने मोहाली स्थित उनके दफ्तर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया, ट्रैप के दौरान की गई कंट्रोल कॉल में आरोपी अधिकारी ने भुगतान की बात स्वीकार की और अपने दफ्तर आने के लिए कहा, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया. उनकी 14 दिन की न्यायिक हिरासत की व्यवस्था की गई है.