PoK भारत के घर का एक 'कमरा', पराए लोग इसमें बस गए हैं... मोहन भागवत का बड़ा बयान, कहा- जल्द ही इसे वापस लेना होगा

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने PoK को भारत के घर का एक 'कमरा' बताते हुए कहा कि इसे वापस लेना होगा. उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि पूरा भारत एक घर है और PoK पर पाकिस्तान का कब्जा अस्वीकार्य है. यह बयान ऐसे समय आया, जब PoK में स्थानीय लोगों ने आर्थिक राहत और राजनीतिक सुधार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया, जिसमें कई लोग मारे गए और घायल हुए. भागवत ने भारत की सुरक्षा क्षमताओं और सेना की वीरता की भी प्रशंसा की. साथ ही, पाकिस्तान में बढ़ते असंतोष को उजागर किया.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 5 Oct 2025 7:38 PM IST

RSS chief Mohan Bhagwat on PoK: मध्य प्रदेश के सतना जिले में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर (PoK) को भारत के घर का एक 'कमरा' बताया, जिसमें पराए लोग बस गए हैं. उन्होंने कहा कि यह कमरा वापस लेना होगा. भागवत ने कहा, “पूरा भारत एक घर है, लेकिन किसी ने हमारे घर का एक कमरा हटा दिया है, जहां मेरी मेज, कुर्सी और कपड़े रखे हैं. उन्होंने इसे कब्जा कर लिया है. कल मुझे इसे वापस लेना होगा.” उनके इस बयान पर दर्शकों ने जोरदार तालियों से समर्थन जताया.

भागवत ने कार्यक्रम में शरणार्थी सिंधी समुदाय का भी जिक्र किया और कहा कि वे पाकिस्तान नहीं गए, बल्कि अविभाजित भारत में आए. उन्होंने कहा कि परिस्थितियों ने हमें यहां भेजा क्योंकि वह घर और यह घर अलग नहीं हैं.” इस टिप्पणी से दर्शकों में उत्साह और समर्थन की भावना दिखाई दी.

PoK में पाकिस्तानी शासन के खिलाफ स्थानीय लोगों में भारी असंतोष 

भागवत का यह बयान ऐसे समय आया है जब PoK में पाकिस्तानी शासन के खिलाफ स्थानीय लोगों में भारी असंतोष और विरोध प्रदर्शन बढ़ गए हैं. Awami Action Committee (AAC) के बैनर तले हजारों PoK निवासी आर्थिक राहत और राजनीतिक सुधार की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे. पिछले तीन दिनों में PoK में हुई हिंसा में 10 लोगों की मौत और 100 से अधिक घायल हुए. बाघ जिले के धीरकोट में चार प्रदर्शनकारियों की गोली मारकर हत्या की गई, जबकि मुज़फ़्फराबाद, डडियाल (मिरपुर) और चाम्याटी (कोहल) में भी लोगों की मौत की रिपोर्ट आई.

पाकिस्तान का झूठ बेनकाब

विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तानी प्रशासन का दमन और संवाद की बजाय बल का उपयोग ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है. PoK निवासियों का विरोध यह उजागर करता है कि पाकिस्तान ने 1947 से जो झूठ फैलाया, वह वास्तविक नहीं है. इसके साथ ही उन लोगों का भी पर्दाफाश होता है, जिन्होंने दशकों से जम्मू-कश्मीर की स्थिति के बारे में भारत-विरोधी प्रचार बढ़ाया.

सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर

भागवत ने पिछले हफ्ते सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया ने दिखा दिया कि वैश्विक स्तर पर भारत के मित्र कौन हैं और वे किस हद तक भारत का समर्थन करने को तैयार हैं. उन्होंने भारतीय नेतृत्व और सेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसने नेतृत्व की दृढ़ता, सशस्त्र बलों की वीरता और समाज की एकता और संकल्प का एक उपयुक्त प्रदर्शन किया.

विश्लेषकों के अनुसार, PoK में यह विरोध प्रदर्शन पाकिस्तानी सरकार और स्थानीय जनता के बीच बढ़ते फासले को उजागर करता है. आलोचकों ने चेतावनी दी है कि यदि पाकिस्तान संवाद की बजाय दमन पर निर्भर रहेगा, तो क्षेत्र में अस्थिरता और बढ़ेगी. इस विवादित समय में RSS प्रमुख का बयान भारत के नजरिए और PoK के हालात पर देश में बहस और चर्चा को बढ़ावा दे रहा है.

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