'खुदा बहरा नहीं है...', महिला अफसर ने मंदिरों में लगे लाउडस्पीकर पर उठाया सवाल तो भड़के यूजर्स

IAS Shailbala Martin: मध्य प्रदेश में इन दिनों मंदिरों पर बजने वाले लाउडस्पीकर को लेकर चर्चा खूब हो रही है. एक महिला अफसर ने मंदिरों में बजने वाले लाउडस्पीकरों को लेकर सवाल उठाए हैं, जिसके बाद उनका ट्वीट वायरल हो रहा है. आइए इस खबर को विस्तार से जानते हैं कि अब तक क्या हुआ है.;

IAS Shailbala Martin(Image Source:  X )
Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 22 Oct 2024 10:37 AM IST

IAS Shailbala Martin: मध्य प्रदेश में इन दिनों मंदिरों पर बजने वाले लाउडस्पीकर को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है. इस मामले में एक महिला IAS अधिकारी का ट्वीट ने विवाद को बाद विवाद गहराता हुआ नजर आ रहा है. इस IAS अधिकारी का नाम शैलबाला मार्टिन है. जिसने सोशल मीडिया पर सवाल उठाते हुए लिखा कि इससे ध्वनि प्रदूषण हो रहा है. जिसके बाद धार्मिक समूहों ने अधिकारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने न्यौता दिया है.

रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर मंदिरों और मस्जिदों दोनों लाउडस्पीकरों के उपयोग पर सवाल उठाए. उनके पोस्ट पर हिंदू संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जबकि कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज सहित कुछ हलकों से शैलबाला को समर्थन भी प्राप्त हुआ है. IAS ऑफिसर के पोस्ट का समर्थन करने वालों ने भाजपा सरकार पर द्वारा भाजपा सरकार द्वारा ध्वनि प्रदूषण कानूनों के चुनिंदा प्रवर्तन की ओर इशारा किया है.


दरअसल मोहन सरकार ने बीते साल ध्वनि प्रदुषण को कम करने के लिए दिशा निर्देश जारी किया था. जिसमें धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के उपयोग को सीमित करने की बात कही गई थी. वहीं सोशल मीडिया (X) पर ट्वीट किया जिसमें मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के उपयोग और बाहर बजने वाले डीजे की प्रथा पर सवाल किया था. इसी ट्वीट का रिप्लाई देते हुए आईएएस शैलबाला ने मंदिरों के लाउडस्पीकरों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण पर सवाल खड़े किए.

सोशल मीडिया यूजर्स मुकेश कुमार ने लिखा कि 'तर्क ये दिया जा रहा है कि मस्जिदों से लाउड स्पीकर से अज़ान की आवाज़ें जब लोगों को डिस्टर्ब करती हैं तो मस्जिदों के सामने डीजे बजाने से परेशानी क्यों होना चाहिए. लेकिन डीजेवादियों से एक सवाल है कि अगर मस्जिदों से लाउड स्पीकर हटा दिए जाएं तो क्या डीजे और गंदी नारेबीज़ी बंद हो जाएगी? नहीं होगी. फिर किसी और बहाने से ये सब किया जाएगा क्योंकि इस धार्मिक प्रतिद्वंद्विता के पीछे राजनीति है, वह इसे रुकने नहीं देगी. मुसलमानों को समझदारी दिखाते हुए एक मौक़ा डीजेवादियों को देना चाहिए. मस्जिदों से लाउड स्पीकर हटा लें वे. खुदा तो वैसे भी सुन लेगा, क्योंकि वह बहरा नहीं है.'

किसी ने किया समर्थन तो किसी ने जताया एतराज

महिला अफसर के इस ट्वीट के बाद किसी ने उनका समर्थन किया है तो किसी ने उनके खिलाफ बयान दिया है. इस बीच उनके पोस्ट पर एक युवक ने कमेंट कर लिखा कि, पता नहीं पुलिस DJ वालो पर कार्यवाही क्यों नहीं करती? इस पर रिप्लाई करते हए महिला अफसर ने लिखा, माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने शपथ लेने के साथ ही जो आदेश जारी किए थे उनमें समस्त धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर्स हटाने और डीजे पर प्रतिबंध शामिल था. ये बहुत सुविचारित आदेश था. यदि इस आदेश पर अमल करते हुए सभी समुदायों के धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर्स हटा दिए जाएं और डीजे बंद हो जाए तो सभी के लिए बड़ी राहत होगी.

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