मां की आंखों में मिर्च पाउडर झोंककर उठा ले गए थे नाबलिग को, अब सुरक्षित लौटा

गुरुवार सुबह दो मोटरसाइकिल सवार लोगों ने बच्चे की मां की आंखों में मिर्च पाउडर झोंककर 6 साल के एक बच्चे का अपहरण कर लिया था. जिसे अब सुरक्षित रूप से पुलिस वालों ने ढूंढ निकाला। एक निवासी ने गांव के सरपंच को नाबालिग के बारे में सूचित किया और गांव के सरपंच ने पुलिस से कॉन्टैक्ट किया। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और लड़के को सुरक्षित ले आई.;

Edited By :  रूपाली राय
Updated On :

ग्वालियर के मोरार में मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश लोगों द्वारा अपहरण किए गए एक बिजनेसमैन के छह वर्षीय बेटे शिवाय गुप्ता को 14 घंटे बाद मध्य प्रदेश के निकटवर्ती मुरैना जिले में पाया गया. नाबालिग को रात करीब 10 बजे उसके गृहनगर ग्वालियर जिले के मोरार से लगभग 70 किलोमीटर दूर माता बसया (बंशीपुरा) गांव में छोड़ दिया गया.

एक निवासी ने गांव के सरपंच को नाबालिग के बारे में सूचित किया और गांव के सरपंच ने पुलिस से कॉन्टैक्ट किया. स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और लड़के को सुरक्षित ले आई. नवीनतम विकास के बारे में जानकारी देते हुए, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, 'हम संतुष्ट और खुश हैं कि अपहृत बच्चा मिल गया है. लड़के को ग्वालियर में उसके माता-पिता के पास वापस लाने के प्रयास जारी हैं.

आंखों में डाला मिर्ची पाउडर 

इससे पहले दिन में, ग्वालियर क्षेत्र के आईजी अरविंद सक्सेना ने बताया कि मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने एक महिला की आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया और उसके बेटे का अपहरण कर लिया, जिसके पिता राहुल गुप्ता एक चीनी बिजनेसमैन हैं. परिवार मुरार के सीपी कॉलोनी में रहता है. 

कैमरे में कैद हो गई घटना 

एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'गुप्ता की पत्नी अपने बेटे को उस स्थान पर छोड़ने गई जहां उसकी स्कूल बस उसे लेने जाती थी. पूरी घटना घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. बच्चे के पिता ने कहा था कि अपहरण के बाद किसी ने भी किसी भी तरह की मांग को लेकर उनसे संपर्क नहीं किया था. हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है और यह नहीं पता कि ऐसा किसने किया होगा.'

 30,000 रुपये का इनाम 

ग्वालियर जिले के पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने कहा कि अपहरणकर्ताओं के बारे में प्रमुख सुराग पुलिस को मिल गए हैं और उनका पता लगाने और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं. गुरुवार सुबह हुए सनसनीखेज दिनदहाड़े अपहरण के बाद, ग्वालियर पुलिस और आसपास के जिले की पुलिस ने कई टीमें गठित कीं. उन्हें अधिकतम अलर्ट पर भी रखा गया था. अपहरणकर्ताओं का सुराग लगाने के लिए आईजी-ग्वालियर रेंज अरविंद सक्सेना द्वारा 30,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था. राज्य के सीएम डॉ. मोहन यादव और डीजीपी कैलाश मकवाना भी मामले में पुलिस की कार्रवाई पर लगातार नजर रख रहे थे, जिसका असर देखने को मिला.

Similar News